टीबी मुक्त लखनऊ की ओर एक और कदम: 6 और मरीजों को लिया गया गोद
केजीएमयू के उप नर्सिंग अधीक्षक प्रदीप गंगवार ने 6 मरीजों को लिया गोद

लखनऊ: शहर को टीबी मुक्त बनाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण पहल के तहत, ठाकुरगंज स्थित टीबी अस्पताल में आज 6 और टीबी मरीजों को गोद लिया गया। किंग जॉर्ज मेडिकल यूनिवर्सिटी के उप नर्सिंग अधीक्षक प्रदीप गंगवार ने इन मरीजों को गोद लेकर उनके उपचार और देखभाल की जिम्मेदारी संभाली। इस अवसर पर अस्पताल में एक कार्यक्रम का आयोजन किया गया, जिसमें स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों और समाजसेवियों की उपस्थिति रही।
अब तक, प्रदीप गंगवार द्वारा 21 मरीजों को गोद लिया जा चुका है। इन मरीजों की देखभाल में समाज के विभिन्न नागरिकों का सहयोग प्राप्त हुआ है, जिनमें अमित सिंह, डॉ. अनमोल, सुनील चौहान, सुरभि वर्मा, सुरेश कुमार और बलराम जैसे नाम शामिल हैं। गंगवार का लक्ष्य अंतरराष्ट्रीय टीबी दिवस तक 101 मरीजों को गोद लेने का है।
कार्यक्रम में टीबी अस्पताल के मुख्य चिकित्सा अधीक्षक डॉ. एस.पी. सिंह, मेट्रन श्रीमती अंजुम आरा, श्री एजाज़ अहमद, रजनीश श्रीवास्तव, वीरेंद्र पांडेय, ज्योति श्रीवास्तव, अनूप कुमार, सुरेश वर्मा और नरेंद्र कुशवाहा मौजूद रहे।
मुख्य चिकित्सा अधीक्षक डॉ. एस.पी. सिंह ने कहा, “टीबी को जड़ से खत्म करने के लिए समाज के सभी वर्गों को आगे आना होगा। मरीजों को गोद लेने जैसी पहल से न केवल उनकी देखभाल सुनिश्चित होती है, बल्कि समाज में जागरूकता भी बढ़ती है।”
उल्लेखनीय है कि केंद्र और राज्य सरकार द्वारा टीबी उन्मूलन के लिए निरंतर प्रयास किए जा रहे हैं। “टीबी मुक्त लखनऊ” अभियान इसी दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है, जिसमें नागरिकों की सहभागिता को विशेष रूप से प्रोत्साहित किया जा रहा है।
क्या है टीबी गोद लेने की पहल?
इस पहल के तहत समाज के सक्षम नागरिक, संस्थाएं और सामाजिक संगठन टीबी मरीजों को गोद लेते हैं। गोद लिए गए मरीजों को पोषण, दवाइयों की उपलब्धता और मानसिक सहयोग प्रदान किया जाता है, जिससे वे जल्द स्वस्थ हो सकें।
अस्पताल प्रशासन ने नागरिकों से अपील की है कि वे आगे आकर इस अभियान का हिस्सा बनें और टीबी मुक्त समाज बनाने में अपना योगदान दें।