1 जून से एटीएम से पैसा निकालने से लेकर बैंक जमा में ब्याज दरों पर बड़े बदलाव
Key Financial Changes From June 1 2025

New Delhi: जून 2025 का महीना वित्तीय क्षेत्र में कई महत्वपूर्ण बदलाव लेकर आ रहा है, जो आम लोगों की जेब और वित्तीय योजनाओं पर सीधा असर डालेगा। इनमें ATM ट्रांजैक्शन शुल्क, फिक्स्ड डिपॉजिट (FD) की ब्याज दरें, क्रेडिट कार्ड नियम, कर्मचारी भविष्य निधि संगठन (EPFO) की नई सुविधाएं, आधार अपडेट की समयसीमा, और अन्य शामिल हैं। आइए, इन बदलावों को विस्तार से समझते हैं।
ATM ट्रांजैक्शन शुल्क में बढ़ोतरी
1 जून 2025 से ATM से पैसे निकालना पहले से महंगा हो गया है। भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) और नेशनल पेमेंट्स कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया (NPCI) के नए नियमों के अनुसार, मुफ्त ट्रांजैक्शन की सीमा खत्म होने के बाद प्रत्येक ट्रांजैक्शन पर 23 रुपये (पहले 21 रुपये) शुल्क लगेगा। गैर-वित्तीय ट्रांजैक्शन (जैसे बैलेंस चेक) भी मुफ्त सीमा में गिने जाएंगे। कुछ बैंक, जैसे HDFC, केवल कैश निकासी पर शुल्क लेंगे, जबकि बैलेंस चेक मुफ्त रहेगा। वहीं, PNB ने 9 जून से गैर-वित्तीय ट्रांजैक्शन पर 11 रुपये और वित्तीय ट्रांजैक्शन पर 23 रुपये शुल्क की घोषणा की है। फेडरल बैंक ने भी ATM, चेक रिटर्न, और खाता बंद करने जैसे शुल्कों में बदलाव किया है।
फिक्स्ड डिपॉजिट (FD) और बैंक डिपॉजिट ब्याज दरों में बदलाव
जून 2025 में RBI की मॉनेटरी पॉलिसी कमिटी की बैठक 6 जून को होगी, जिसमें रेपो रेट में कटौती की संभावना है। इसके परिणामस्वरूप, कई बैंकों ने FD की ब्याज दरों में कमी शुरू कर दी है। वर्तमान में ज्यादातर बैंक 6.5% से 7.5% की ब्याज दर दे रहे हैं, लेकिन विशेषज्ञों का अनुमान है कि ये दरें और घट सकती हैं। उदाहरण के लिए, सुर्योदय स्मॉल फाइनेंस बैंक ने 5 साल की FD पर ब्याज दर 8.6% से घटाकर 8% कर दी है।
हालांकि, IDBI बैंक 444 दिन की FD पर 7.25% (वरिष्ठ नागरिकों के लिए 7.75%, सुपर वरिष्ठ के लिए 7.9%), 555 दिन की FD पर 7.30% (वरिष्ठ नागरिकों के लिए 7.80%), और 700 दिन की FD पर 7% (वरिष्ठ नागरिकों के लिए 7.50%) की आकर्षक दरें दे रहा है, लेकिन इनमें निवेश की अंतिम तारीख 30 जून 2025 है। निवेशकों को सलाह दी जाती है कि वे जल्दी निर्णय लें।
क्रेडिट कार्ड नियमों में सख्ती
1 जून से क्रेडिट कार्ड से संबंधित नियमों में कई बदलाव लागू हो गए हैं। यदि ऑटो-डेबिट फेल होता है, तो 2% तक की पेनल्टी लग सकती है, हालांकि कुछ बैंकों ने इस पेनल्टी को कम करने का संकेत दिया है। यूटिलिटी बिल, फ्यूल, और अंतरराष्ट्रीय भुगतानों पर अतिरिक्त शुल्क लग सकता है। कोटक महिंद्रा, HDFC, और एक्सिस बैंक ने रिवॉर्ड पॉइंट्स की गणना और रिडेम्पशन नियमों में बदलाव किए हैं। उदाहरण के लिए, कोटक महिंद्रा ने स्टैंडिंग इंस्ट्रक्शन फेल होने, डायनामिक करेंसी कन्वर्जन, और ऑनलाइन गेमिंग जैसे ट्रांजैक्शनों पर नए शुल्क लागू किए हैं।
EPFO 3.0: पीएफ निकासी होगी आसान
कर्मचारी भविष्य निधि संगठन (EPFO) जून 2025 में अपना नया वर्जन 3.0 लॉन्च कर रहा है। इस प्रणाली से PF निकासी, KYC अपडेट, और क्लेम प्रक्रिया पहले से कहीं आसान और तेज हो जाएगी। खास बात यह है कि EPFO एक ATM जैसा कार्ड लाने की योजना बना रहा है, जिससे सदस्य सीधे अपने PF फंड से पैसे निकाल सकेंगे। यह डिजिटल सुविधा कर्मचारियों के लिए बड़ा बदलाव साबित होगी।
आधार अपडेट की अंतिम तारीख
14 जून 2025 तक आप myAadhaar पोर्टल पर अपने आधार कार्ड में नाम, पता, जन्मतिथि, या लिंग जैसी जानकारी मुफ्त में अपडेट कर सकते हैं। इसके बाद, प्रत्येक अपडेट के लिए 50 रुपये शुल्क देना होगा और आधार केंद्र पर जाना पड़ सकता है। यह सुविधा उन लोगों के लिए महत्वपूर्ण है जिनके आधार में कोई त्रुटि है।
फॉर्म-16 और TDS सर्टिफिकेट की समयसीमा
नौकरीपेशा लोगों के लिए इनकम टैक्स रिटर्न (ITR) दाखिल करने के लिए फॉर्म-16 जरूरी है, जिसमें सैलरी और TDS की जानकारी होती है। नियोक्ताओं को 15 जून 2025 तक यह फॉर्म जारी करना अनिवार्य है। बिना इसके ITR दाखिल करना मुश्किल हो सकता है।
UPI और अन्य बदलाव
UPI ट्रांजैक्शनों में पारदर्शिता बढ़ाने के लिए नए नियम लागू हो सकते हैं, जैसे ट्रांजैक्शन के दौरान प्राप्तकर्ता का नाम प्रदर्शित करना। कुछ बैंकों ने संकेत दिए हैं कि यूटिलिटी बिल भुगतान पर अतिरिक्त शुल्क या कैशबैक नियमों में बदलाव हो सकता है। इसके अलावा, SEBI ने म्यूचुअल फंड्स के लिए नए कट-ऑफ टाइम लागू किए हैं, जिसमें ऑफलाइन ट्रांजैक्शन के लिए समय दोपहर 3 बजे और ऑनलाइन के लिए शाम 7 बजे होगा।
एलपीजी सिलेंडर की कीमतों में बदलाव
1 जून से कॉमर्शियल एलपीजी सिलेंडर की कीमतों में कमी देखी गई है, लेकिन घरेलू सिलेंडर की कीमतों में बदलाव की कोई स्पष्ट जानकारी नहीं है। उपभोक्ताओं को सलाह दी जाती है कि वे ताजा कीमतों की जांच करें।
जून 2025 में लागू होने वाले ये वित्तीय बदलाव आपकी बचत, खर्च, और निवेश योजनाओं को प्रभावित करेंगे। ATM शुल्क और क्रेडिट कार्ड नियमों में बदलाव से बचने के लिए डिजिटल भुगतान को प्राथमिकता देना समझदारी होगी। FD में निवेश करने वालों को ब्याज दरों में कमी से पहले निर्णय लेना चाहिए। साथ ही, आधार अपडेट और फॉर्म-16 जैसे जरूरी काम समय पर पूरे करें। इन बदलावों की जानकारी रखकर आप अपने वित्तीय फैसलों को और स्मार्ट बना सकते हैं।
नोट: नियम और शुल्क बैंक और क्षेत्र के आधार पर भिन्न हो सकते हैं। सटीक जानकारी के लिए अपने बैंक या संबंधित संस्थान से संपर्क करें।