UP: जीरो डोज बच्चों के लिए एक माह का ‘टीका उत्सव’

टीका उत्सव के लिए एक्टिव किए गए हेल्थ वर्कर
Lucknow: ‘टीका उत्सव’ में नियमित टीकाकरण (vaccination) से छूटे बच्चों को दोबारा टीका लगवाने की सुविधा मिलेगी। इसके लिए प्रदेश में 1 दिसम्बर से एक माह का विशेष ‘टीका उत्सव’ अभियान चल रहा है। ‘टीका उत्सव’ अभियान में उन सभी बच्चों का टीकाकरण (vaccination) होगा जो किसी कारण से टीका नहीं लगावा पाए हैं।
राज्य प्रतिरक्षण अधिकारी डॉ. अजय गुप्ता ने बताया कि यह अभियान स्वस्थ और सुरक्षित प्रदेश के निर्माण की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। इसके माध्यम से उन बच्चों तक पहुंचना सुनिश्चित किया जा रहा है, जो अब तक नियमित टीकाकरण से वंचित रह गए हैं। उन्होंने कहा कि लगातार कोशिश के बावजूद U-WIN पोर्टल पर अपेक्षित नतीजे नहीं आ रहे थे। इसी को ध्यान में रखते हुए इस अभियान की शुरुआत की गई है।
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अभियान के तहत जीरो डोज, पेंटा-1 तथा मीजल्स-रूबेला (M-R ) की छूटी खुराकों पर विशेष ध्यान दिया जा रहा है। साथ ही, सभी टीकाकरण सत्रों में U-WIN पोर्टल पर पंजीकरण सुनिश्चित किया जा रहा है। डॉ. गुप्ता ने बताया कि अभियान के दौरान नियमित टीकाकरण से छूटे बच्चों के साथ-साथ गर्भवती महिलाओं की पहचान कर उनका टीकाकरण भी सुनिश्चित किया जा रहा है। इसके लिए जनपद स्तर पर माइक्रोप्लान तैयार किए गए हैं, स्वास्थ्य कार्यकर्ताओं को स्पष्ट निर्देश जारी किए गए हैं तथा टीकों की उपलब्धता, कोल्ड चेन व्यवस्था और मॉनिटरिंग टीमों की तैनाती सुनिश्चित की गई है।
क्या है जीरो डोज
डॉ. गुप्ता ने बताया कि जीरो डोज वे बच्चे होते हैं जिन्हें जीवन के पहले वर्ष में कोई भी टीका नहीं मिला होता। ऐसे बच्चों में रोग प्रतिरोधक क्षमता कम होती है और वे डिप्थीरिया (Diphtheria), काली खांसी (Whooping cough), टिटनेस (Tetanus), खसरा (Measles) और पोलियो (Polio) जैसी जानलेवा बीमारियों के प्रति अधिक संवेदनशील होते हैं।
उन्होंने बताया कि अभियान के तहत 0-1 वर्ष आयु वर्ग के कुल 16.58 लाख बच्चों के टीकाकरण का लक्ष्य निर्धारित किया गया है। इनमें
16.58 लाख बच्चों को पेंटा-1, 14.61 लाख बच्चों को ओपीवी-1, 12.51 लाख बच्चों को एमआर-1 तथा 17.31 लाख बच्चों को एमआर-2 का टीका लगाया जाना है। डॉ. गुप्ता ने बताया कि अभियान के शुरुआती चार सत्र दिवसों में अब तक 13.87 लाख बच्चों का टीकाकरण किया जा चुका है। इनमें 2.32 लाख को पेंटा-1, 2.46 लाख को ओपीवी-1, 2.21 लाख को एमआर-1 तथा 2.20 लाख बच्चों को एमआर-2 का टीका लगाया गया है।
लोगों को किया जा रहा है जागरुक
जनजागरूकता के लिए नगर निकायों, जनप्रतिनिधियों, महिला आरोग्य समितियों और स्थानीय संस्थाओं का सहयोग लिया जा रहा है। डॉ. गुप्ता ने कहा, ‘टीकाकरण हर बच्चे का अधिकार और अभिभावक की जिम्मेदारी है। पांच वर्षों में निर्धारित सात चरणों में किया गया टीकाकरण बच्चों को पोलियो, काली खांसी, गलघोंटू और खसरा जैसी बीमारियों से सुरक्षित रखता है। समय पर टीका लगने से न केवल बच्चे की प्रतिरोधक क्षमता मजबूत होती है, बल्कि बीमारियों का फैलाव भी रुकता है। उन्होंने अपील की कि ‘आपकी एक चूक बच्चे के पूरे जीवन पर भारी पड़ सकती है—इसलिए कोई भी टीका छूटने न दें।’ टीकाकरण के बाद -यूविन पोर्टल पर पंजीकरण कर डिजिटल टीकाकरण प्रमाणपत्र अवश्य प्राप्त करें। अधिक जानकारी के लिए नि:शुल्क टोल-फ्री हेल्पलाइन 104 पर कॉल करें अथवा अपने नजदीकी आशा, आंगनवाड़ी कार्यकर्ता या स्वास्थ्य उपकेंद्र से संपर्क करें।




