UP

तीन दिन तक पड़ेगी कड़ाके की ठंड, छायेगा घना कोहरा

Lucknow: यूपी में सर्दी (Cold) से अपना प्रचंड रूप दिखाना शुरू कर दिया है। मौसम विज्ञान विभाग ने भी अगले तीन दिनों तक कड़ाके की ठंड और घने कोहरे की चेतावनी दी है। विभाग के अनुसार 18 दिसंबर से 21 दिसंबर तक प्रदेश के अधिकांश हिस्सों में ठंड का प्रकोप बना रहेगा। इस दौरान सुबह के समय दृश्यता बेहद कम हो सकती है, जिससे जनजीवन और यातायात पर प्रभावित होने की सम्भावना है।

मौसम विभाग के अनुसार देर रात से लेकर सुबह के समय तक प्रदेश के अधिकांश हिस्सों में घना से बहुत घना कोहरा छाया रहेगा। विभाग ने लोगों से अपील की है कि सुबह और देर रात अनावश्यक बाहर निकलने से बचें। गर्म कपड़े पहनें और बुजुर्गों व बच्चों का विशेष ध्यान रखें। वहीं वाहन चालकों को कोहरे के दौरान धीमी गति से वाहन चलाने, फॉग लाइट का प्रयोग करने और सुरक्षित दूरी बनाए रखने की सलाह दी गई है।

एप से लोगों को मौसम के प्रति करें सचेत

राहत आयुक्त, हृषिकेश भास्कर याशोद ने सभी जिलाधिकारियों, वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक व पुलिस अधीक्षक को पत्र प्रेषित कर कोहरे एवं शीतलहरी से आमजन के बाचाव एवं सक़ सुरक्षा के लिए सलाह एवं निवारक उपाय बताते हुए आमजन को दुर्घटना से बचाव हेतु संदेश प्रेषित करने को कहा। इसके साथ ही उन्होंने संबंधित अधिकारियों को यूपीडा, एनएचएआई, उपसा, लोनिवि तथा संबंधित विभागों के अधिकारियों के साथ सामन्जस्य स्थापित करते हुए भारत मौसम विभाग एवं सचेत एप के माध्यम से प्राप्त मौसम संबंधी चेतावनी व पूर्वानुमान को आमजन तक भेजने का निर्देश दिया।

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उन्होंने बताया कि भारत मौसम विभाग द्वारा अगले 2 से 3 दिन तक प्रदेश में घने कोहरे की चेतावनी दी है तथा मौसम केन्द्र लखनऊ द्वारा भी इसकी जानकारी दी गयी है। उन्होंने कहा कि कोहरा और धुंध के कारण दृश्यता काफी कम हो जाती है जिससे यातायात में कठिनाई होती है, इस कारण उन्होंने प्रदेश की जनता से अपील किया है कि अति आवश्यक होने पर ही यात्रा करें तथा यात्रा के दौरान यातायात नियमों का पूरी तरह से पालन करें। उन्होंने कहा कि दुर्घटना से बचने के लिए वाहन चालक निर्धारित गति सीमा से वाहन चलाएं तथा आगे चल रहे वाहन से पर्याप्त दूरी बनाकर रखें। उन्होंने कहा कि वाहन में फॉग लाइट तथा रिफलेक्टिव टेप इत्यादि का प्रयोग जरूर करें।

तराई और मैदानी इलाकों में ठंड का असर अधिक

मौसम विभाग के वैज्ञानिक डॉ. एके सिंह के अनुसार निचले वायुमंडल में बनी प्रतिकूल परिस्थितियां, उत्तर-पश्चिमी दिशा से आ रही ठंडी हवाएं और पश्चिमी विक्षोभ के प्रभाव के चलते प्रदेश में न्यूनतम और अधिकतम तापमान में लगातार गिरावट दर्ज की जा रही है। खासतौर पर तराई और मैदानी इलाकों में ठंड का असर अधिक महसूस किया जाएगा। मौसम विभाग के मानकों के अनुसार यदि मैदानी क्षेत्रों में अधिकतम तापमान 10 डिग्री सेल्सियस या उससे कम हो जाता है और यह सामान्य से 4.5 से 6.4 डिग्री सेल्सियस कम रहता है, तो उसे शीत दिवस (Cold Day) कहा जाता है। वहीं, यदि अधिकतम तापमान सामान्य से 6.5 डिग्री सेल्सियस या उससे अधिक कम हो जाए, तो गंभीर शीत दिवस (Severe Cold Day) की स्थिति मानी जाती है।

कोई व्यक्ति खुले में न सोंये, रैन बेसेर की व्यवस्था करें

राहत आयुक्त ने असहाय एवं निराश्रित व्यक्तियों को प्रत्येक दशा में कम्बल बांटने का निर्देश जिलाधिकारियों को दिया तथा यह भी कहा कि कोई भी व्यक्ति खुले में न सोंये। उन्होंने कहा कि जिला प्रशासन असहाय एवं निराश्रित व्यक्तियों को प्रत्येक दशा में रैन बसेरे तक पंहुचायें। उन्होंने कहा कि जिलाधिकारी इसका निरीक्षण करें तथा आमजन को ठण्ड से बचाव के लिए अलाव इत्यादि की भरपूर व्यवस्था करें। उन्होंने आमजन से अपील किया कि वह सचेत एप अपने मोबाइल में डाउनलोड करें ताकि मौसम संबंधी सूचना समय-समय पर प्राप्त होती रहे।

 

 

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