लखनऊ में कथित पत्रकार इमरान मिर्जा पर ब्लैकमेलिंग व धमकी के आरोप में मुकदमा दर्ज
LUCKNOW: बलरामपुर अस्पताल के सफाई कर्मचारी धर्मेंद्र भारती ने कथित पत्रकार इमरान मिर्जा, उसके साथी गोगी और दो अज्ञात व्यक्तियों के खिलाफ वजीरगंज थाने में रिपोर्ट दर्ज कराई है। मुकदमा ब्लैकमेलिंग, धमकी और एससी/एसटी एक्ट की धाराओं के तहत दर्ज किया गया है।
धर्मेंद्र के अनुसार, इमरान और उसके साथी सोशल मीडिया पर झूठी और बेबुनियाद खबरें फैलाकर उनसे पैसे ऐंठने की कोशिश कर रहे हैं। उन्होंने एक लाख रुपये की मांग की थी, और मना करने पर इमरान के फ्लैट पर बुलाकर धमकाया। डर के मारे पीड़ित ने पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) से शिकायत की, जिसके आदेश पर पुलिस ने एफआईआर दर्ज की।
वजीरगंज के इंस्पेक्टर राजेश त्रिपाठी ने बताया कि धर्मेंद्र भारती अस्पताल कैंपस में रहते हैं और सफाई का काम करते हैं। उन्होंने हाल ही में डीजीपी को आवेदन दिया था। धर्मेंद्र ने आरोप लगाया कि गोलागंज के गोल्डन अपार्टमेंट में रहने वाला इमरान मिर्जा अक्सर अपने ट्विटर अकाउंट @imranmirza6570और अन्य प्लेटफॉर्म्स पर फर्जी खबरें पोस्ट करके धमकाता है। इन खबरों के जरिए वह हर महीने 10 हजार रुपये की ब्लैकमेलिंग करता है और विरोध करने पर धमकी देता है। पैसे वसूलने के लिए वह अपने गुर्गे गोगी और दो अन्य को भेजता है।
2 जून को इमरान ने अपने एक्स अकाउंट पर एक निराधार पोस्ट किया, जिसमें दावा किया गया कि बलरामपुर अस्पताल में इंटर्नशिप की मंजूरी तभी मिलती है जब मोटी रकम दी जाती है। इस सिंडिकेट को अस्पताल के रवि बाबू, उनके दो गुर्गे, धर्मेंद्र भारती और दिलीप द्वारा चलाया जा रहा है। यह पोस्ट वायरल हो गई, और अगले दिन इमरान ने धर्मेंद्र को अपने फ्लैट पर बुलाकर एक लाख रुपये मांगे। मांग पूरी न होने पर इमरान और उसके साथियों ने और ज्यादा फर्जी खबरें फैलाने तथा जान से मारने की धमकी दी।
गालियां देकर उन्हें भगा दिया। कथित पत्रकार और उसके साथी इस तरह से लगातार धमकी देकर मानसिक उत्पीड़न कर रहे हैं।
इंस्पेक्टर ने कहा कि उच्च अधिकारियों के निर्देश पर इमरान, गोगी और दो अज्ञात के खिलाफ ब्लैकमेलिंग, एससी/एसटी एक्ट समेत अन्य धाराओं में केस दर्ज किया गया है। जांच चल रही है और आरोपियों की तलाश में पुलिस टीमें छापेमारी कर रही हैं।