सरकार की अर्थी निकालने की सलाह देने वाले सीएमएस सस्पेंड

Lucknow: सरकार व सीएम (CM) की अर्थी निकालने की सलाह देने के आरोपी मुख्य चिकित्सा अधीक्षक को अपर मुख्य सचिव ने निलम्बित कर दिया है। मामला सुल्तानपुर जिले के वीर सिंहपुर स्थित 100 शैय्या संयुक्त चिकित्सालय का है। जहां के प्रभारी मुख्य चिकित्सा अधीक्षक डॉ. भास्कर प्रसाद को शासन ने गंभीर कदाचार के आरोपों के चलते सस्पेंड किया है। सोशल मीडिया में वायरल एक वीडियो में डॉ. भास्कर विरोध प्रदर्शन कर रहे राजनीति दल के सदस्यों को सरकार व सीएम की अर्थी निकालने की सलाह देते हुए दिखाई दे रहे थे।
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ज्ञात हो कि एक राजनीतिक के सदस्य बीते कुछ दिनों से अस्पताल परिसर में विरोध प्रदर्शन कर रहे थे। वह लोग आरोप लगा रहे थे कि अस्पताल में चिकित्सीय सुविधाएं बदहाल हैं। प्रदर्शन कर रहे सदस्यों ने एलान किया कि वह चिकित्सालय के सीएमएस की अर्थी निकालकर विरोध दर्ज कराएंगे। इस बीच अस्पताल के सीएमएस डॉ. भास्कर वहां आ गए। अर्थी निकालने की बात पर उन्होंने कहा कि ऐसा करने से कुछ नहीं होगा। अगर अर्थी निकालनी है तो सरकार या मुख्यमंत्री की निकालें तभी व्यवस्था में बदलाव हो सकता है। ऐसी सलाह देते हुए उन्हें अंदाजा भी नहीं था कि कोई उनका वीडियो बना लेगा।
कुछ ही देर में यह वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया। वीडियो शासन तक पहुंच गया जिसके बाद अपर मुख्य सचिव चिकित्सा अमित कुमार घोष ने उनके निलम्बन का आदेश जारी कर दिया। चिकित्सा अनुभाग-2 द्वारा जारी आदेश में कहा गया है कि डॉ. भास्कर प्रसाद के विरुद्ध अनुशासनात्मक कार्रवाई विचाराधीन है। उन पर शासन के संबंध में अमर्यादित भाषा एवं आपत्तिजनक टिप्पणियां करने, अस्पताल में भर्ती मरीजों को बाहर की दवाएं लिखने, तथा बायोमेडिकल वेस्ट के मानकों का पालन न करने जैसे आरोप हैं।
यह कृत्य उत्तर प्रदेश सरकारी कर्मचारी आचरण नियमावली 1956 के नियम 3 और 7 का उल्लंघन माना गया है। निलंबन अवधि में डॉ. प्रसाद का मुख्यालय अपर निदेशक, चिकित्सा स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण, अयोध्या मंडल, अयोध्या निर्धारित किया गया है। इस अवधि में उन्हें नियमानुसार जीवन निर्वाह भत्ता देय होगा, बशर्ते वे किसी अन्य सेवा, व्यवसाय या व्यापार में संलग्न न हों।




