लखनऊ में नारकोटिक्स दवाओं के अवैध कारोबार पर FSDA की बड़ी कार्रवाई, श्याम एजेंसी से भारी मात्रा में संदिग्ध दवाएं जब्त

लखनऊ में नकली दवाओं के खिलाफ बड़ी कार्रवाई, 

LUCKNOW: औषधि विभाग, लखनऊ (FSDA) और सेंट्रल ब्यूरो ऑफ नारकोटिक्स (CBN) की संयुक्त टीम ने नारकोटिक्स औषधियों के अवैध कारोबार के खिलाफ कड़ा कदम उठाते हुए गुरुवार को श्‍याम एजेंसी पर छापेमारी कर बड़ी कार्रवाई की है। इस दौरान बड़ी मात्रा में नारकोटिक्स दवाओं को जब्त किया गया और एक व्यक्ति को गिरफ्तार कर जेल भेजा गया है।

औषधि विभाग, लखनऊ की संयुक्त टीम ने 18 फरवरी 2025 को अमीनाबाद मेडिसिन मार्केट में M/s New Manglam Agency पर छापेमारी की थी। फर्म की प्रोप्राइटर कोमल शुक्ला हैं। जांच के दौरान एफएसडीए की टीम ने पाया गया कि कोमल शुक्ला द्वारा बिना बिल के नारकोटिक्स औषधियों का विक्रय किया जा रहा था। इस अवैध गतिविधि में उनके परिवार के कई सदस्यों शामिल होने की संभावना जताई गई है। इस जानकारी के आधार पर औषधि विभाग ने आगे की कार्रवाई की योजना बनाई।

पारा में M/s Shyam Agencies पर छापा

एफएसडीए के ड्र्रग इंस्‍पेक्‍टर सन्देश मौर्य और विवेक कुमार सिंह और CBN की संयुक्त टीम ने पारा बादशाह खेड़ा स्थित Shyam Agencies पर छापा मारा। इस छापेमारी के दौरान फर्म से भारी मात्रा में नारकोटिक्स औषधियाँ बरामद की गईं।

  1. Puroxowin Spas: 78,624 कैप्सूल
  2. Calmpik 0.5 Tablets: 9,400 टैबलेट
  3. Codiva Syrup (1000 ml): 127 बोतलें
  4. RL (5000 ml): 5 पीस
  5. Phencycor Syrup (1000 ml): 14 बोतलें
  6. Spasmoproxyyon Plus: 744 कैप्सूल

रिकॉर्ड नष्ट करने का खुलासा

Shyam Agencies के प्रोप्राइटर आशीष कुमार त्रिपाठी ने पूछताछ में स्वीकार किया कि ये सभी नारकोटिक्स दवाएं New Manglam Agency, अमीनाबाद, लखनऊ से बिना किसी खरीद बिल के प्राप्त की गई थीं। उनके पास इन दवाओं के संबंध में कोई वैध दस्तावेज़ नहीं थे। संयुक्त टीम ने फर्म के कंप्यूटर डेटा की जाँच की, जिसमें पाया गया कि नारकोटिक्स औषधियों से संबंधित सभी रिकॉर्ड जानबूझकर हटा दिए गए थे।

श्‍याम एजेंसी पर कार्यवाही करते एफएसडीए और नारकोटिक्‍स के अधिकारी

छापेमारी के दौरान बरामद सभी नारकोटिक्स औषधियों को नियमों के अनुसार सील कर दिया गया। Shyam Agencies के प्रोप्राइटर आशीष कुमार त्रिपाठी, पुत्र श्याम प्रकाश त्रिपाठी, निवासी, राजाजीपुरम, लखनऊ को गिरफ्तार कर लिया गया। उनके खिलाफ NDPS (Narcotic Drugs and Psychotropic Substances) अधिनियम के तहत मुकदमा दर्ज किया गया, और उन्हें जेल भेज दिया गया।

इसके अलावा चार संदिग्ध नारकोटिक्स दवाओं के नमूने जांच और परिक्षण के लिए उत्तर प्रदेश की राजकीय प्रयोगशाला को भेजे जा रहे हैं।

कार्रवाई के तहत, सभी संदिग्ध दवाओं को सील कर दिया गया है और आगे की जांच के लिए राजकीय प्रयोगशाला, उत्तर प्रदेश को नमूने भेजे गए हैं। एफएसडीए ने स्पष्ट किया है कि नकली दवाओं के व्यापार के खिलाफ अभियान जारी रहेगा और दोषियों के खिलाफ कड़ी कानूनी कार्रवाई की जाएगी।

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