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रायबरेली में 65 सेवानिवृत्त शिक्षकों का हुआ सम्‍मान, भारत में ईश्वर से भी ज्यादा गुरु का महत्व

जूनियर हाईस्कूल शिक्षक संघ ने 65 सेवानिवृत्त शिक्षकों काे किया सम्‍मानित, शिक्षक अपने कार्य से कभी नहीं होता सेवानिवृत्त: योगेश त्यागी, चक अहमदपुर में आयोजित किया सेवानिवृत्त शिक्षकों का सम्मान समारोह

रायबरेली। बेसिक शिक्षा विभाग में वर्षों तक सेवा देने बाद 31 मार्च को सेवानिवृत्त हुए जिले के 65 अध्यापकों को जूनियर हाईस्कूल शिक्षक संघ की तरफ से सम्‍मानित किया गया। शिक्षकों का सम्मान समारोह शहर के चक अहमदपुर में स्थित जूनियर हाईस्कूल के मैदान में किया गया।

सम्मान समारोह के मुख्य अतिथि डीआईओएस ओमकार राणा, बीएसए शिवेंद्र सिंह, विशिष्ट अतिथि प्रदेश अध्यक्ष योगेश त्यागी, बीईओ बृजलाल, राम मिलन, अनिल मिश्रा, अश्वनी गुप्ता रहे। कार्यक्रम की अध्यक्षता संरक्षक राष्ट्रीय उपाध्यक्ष समर बहादुर सिंह ने की।

सेवानिवृत्त शिक्षकों का सम्मान करते हुए मुख्य अतिथि डीआईओएस ओमकार राणा ने कहा कि दुनिया में अगर कहीं भी अधिक सम्मान होता है तो वे गुरु है और गुरुओं में कहीं अधिक सम्मान होता है तो वह भारत देश हैं। जहां पर गुरु और शिक्षक के बीच में सम्मान आज भी बरकरार है। भारत में ही शिक्षकों को ईश्वर का दर्जा दिया गया है। उन्होंने सेवानिवृत्त शिक्षकों से 20 मई को होने वाले मतदान में अधिक से अधिक लोगों को मतदान करने के लिए प्रेरित किया।

प्रदेश अध्यक्ष योगेश त्यागी ने कहा कि शिक्षक एक दीपक की तरह है, वह हमेशा ही अपनी रोशनी से हजारों युवाओं का भविष्य बनाता है। एक शिक्षक अपने जीवनकाल में इतने उपकार करता है कि उसको शब्दों में बयां नहीं किया जा सकता है। उसकी मेहनत से ही हजारों बच्चों का भविष्य बनता है। डिजिटलाइजेशन के विरोध में जिले के शिक्षकों की तारीफ की। उन्होंने कहा कि आप लोगों का हौसला ही संगठन की बड़ी ताकत है।

बीएसए शिवेंद्र सिंह ने कहा कि सेवानिवृत्त शिक्षकों का कार्य यही पर समाप्त नहीं होता है। आप भले ही सेवानिवृत्त हो गए हैं, लेकिन स्कूल को बढ़ाने में आगे भी बहुत बड़ा योगदान दे सकते हैं।

आज सेवानिवृत्त होने वाले गुरुजनों के पढ़ाएं हुए हजारों युवा इस समय उनकी मेहनत की वजह से कहीं न कहीं अपनी अच्छे तरीके से रोजीरोटी कमा रहे होंगे। उन्होंने कहा कि नए सत्र में नामांकन अधिक से अधिक कराने में आप लोगों के सहयोग की भी आवश्यकता होगी।

सभाध्यक्ष जूनियर शिक्षक संघ के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष समर बहादुर सिंह, जिलाध्यक्ष राघवेंद्र यादव और महामंत्री सियाराम सोनकर ने कहा कि एक शिक्षक कभी भी अपने कार्य से सेवानिवृत्त नहीं होता है, वह अपनी सेवा से भले ही रिटायर्ट हो जाता है, लेकिन उसका काम समाज में शिक्षा का प्रकाश फैलाना है।

कार्यक्रम में आए हुए अतिथियों का सम्मान जिला मंत्री पन्नालाल, कोषाध्यक्ष शिवशरण सिंह, उपाध्यक्ष उत्तम सोनी, विक्रमादित्य सिंह, सुरेंद्र वर्मा, शांति अकेला, साधना शर्मा, प्रमोद, रमेश, संजीव श्रीवास्तव, सुनीता, नीलम पटेल, लक्ष्मी सिंह, अब्दुल हलीम, गयामणि पाल ने किया। कार्यक्रम का संचालन नीरज कुमार और नागेंद्र सिंह ने किया।

इस मौके पर लक्ष्मीकांत शुक्ला, अंचल सिंह, रमेश त्रिवेदी, सुनील यादव, विजयपाल सिंह, दिलीप पटेल, राजवंत सिंह, नागेंद्र सिंह, सुरेश सिंह, सूर्य प्रकाश, गौरव यादव युवराज, सन्दीप यादव, राजेश यादव, आशीष तिवारी, रवि श्रीवास्तव, राजेंद्र गुप्ता, वेद प्रकाश सहित सैकड़ों शिक्षक मौजूद रहे।

ये सेवानिवृत्त गुरुजन हुए सम्मानित

बेसिक शिक्षा विभागों को वर्षों तक सेवा देने वाले गुरुजनों को मंगलवार को सम्मानित किया गया। सम्मानित होने वाले शिक्षकों में संघ के वरिष्ठ उपाध्यक्ष उपेंद्र नाथ बाजपेई, शफीकुर्रहमान उर्फ गुड्डू, सैय्यद मो. हाशमी, कृष्णा पांडेय, शशि सिंह, मो. खलील, मो. मतीन खान, पुष्पलता सिंह, सत्य प्रकाश सहित 65 शिक्षकों को सम्मानित किया।

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