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नेहरू ने भी बताया था संभल का सच: ब्रजेश पाठक

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संभल में डेमोग्राफी को बदलने की गई कोशिशें

Lucknow: संभल में हिन्दूओं पर हमेशा से ही अत्याचार होते रहे हैं। यह सच वर्ष 1924 के दंगे के बाद पूर्व प्रधानमंत्री जवाहरलाल नहेरू की रिपोर्ट में भी सामने आया था। यह बातें उप मुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक ने शनिवार को लोकभवन में संभल मु्ददे पर पत्रकारों से बातचीत के दौरान कही।

उन्होंने कहा कि आजादी के पहले ही संभल में दंगे होते रहे हैं। वर्ष 1924 में भी संभल में दंगा हुआ था। कई हिन्दू परिवारों को मौत के घाट उतार गया था। एक हिन्दू को कुएं में ढकेल कर असमय मौत के मुंह में फेंक दिया गया था। कई हिन्दूओं की हत्या हुई, कई लोग गंभीर रूप से घायल हुए थे। उस समय महात्मा गांधी ने जवाहर लाल नेहरू से कहा था कि आप वहां का दौरा कीजिए। 8-10 सितंबर 1924 को जवाहर लाल नेहरू ने दौरा किया और 12 सितंबर को 13 पन्नों की रिपोर्ट महात्मा गांधी को सौंपी थी। नेहरू की उस रिपोर्ट में स्पष्ट है कि संभल में हिन्दू हमेशा ही पीडि़त रहे।

हरिहर मंदिर महाराज पृथ्वीराज चौहान ने बनवाया, बाबर ने मस्जिद में बदला

श्री पाठक ने कहा कि संभल में जो दंगा हुआ था, मुस्लिम समाज के उपद्रवियों ने मंदिरों को निशाना बनाया था। उस समय नेहरू ने रिपोर्ट में कहा था कि हरिहर मंदिर महाराज पृथ्वीराज चौहान ने बनवाया था। बाबर ने इसे मस्जिद में बदलने का कार्य किया।

यह ऐतिहासिक दस्तावेज बताता है कि संभल में हिंदुओं की पीड़ा अचानक नहीं हुई। उप मुख्यमंत्री ने कहा कि सनातन परंपरा के धार्मिक ग्रंथों में जानकारी मिलती है कि संभल में भगवान कल्कि का अवतार होने वाला है, इसलिए हर भारतवासी के मन में संभल के प्रति अटूट आस्था रही है।

आतंक के अड्डे के रूप में बदलना चाहते थे तत्कालीन सीएम

उप मुख्यमंत्री ने कांग्रेस व सपा सरकारों को आड़े हाथ लिया। बोले कि इन सरकारों ने तुष्टिकरण व वोटबैंक की राजनीति की। वर्ष 2012 से 2017 तक अखिलेश यादव की सरकार में तुष्टिकरण की हद बहुत अधिक हो गई थी। अयोध्या, वाराणसी व लखनऊ में बम विस्फोट करने वाले आतंकवादियों के मुकदमे पहली कैबिनेट में ही वापस लिए गए।

तत्कालीन मुख्यमंत्री प्रदेश को आतंक के अड्डे के रूप में बदलना चाहते थे। उप मुख्यमंत्री ने कहा कि संभल में उस समय से लेकर अब तक एससी, एसटी समाज हो या रस्तोगी-दुबे परिवार के सदस्य, डेमोग्राफी बदलने में किसी को भी बख्शा नहीं गया। सबके खिलाफ हमेशा अत्याचार होते हुए सरकार चलाई गई। नतीजतन हिन्दू भाई-बहनों को पलायन के लिए मजबूर होना पड़ा। उनके घर-मकान छीन लिए गए।

उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी व मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ लगातार चर्चा करते हैं कि यूपी व अन्य राज्यों में डेमोग्राफी बदलने के लिए संगठित रूप से कुछ गिरोह विदेशी ताकतों के इशारे पर करते हैं। हमारी प्रतिबद्धता सभी को साथ लेकर चलने की है। हम किसी भी स्थिति में डेमोग्राफी बदलने नहीं देंगे और पूर्ववर्ती स्थिति मेंटेन करेंगे। लेकिन अब हालात बदल चुके हैं।

हमारी सरकार संभल सहित पूरे प्रदेश में कानून व्यवस्था को बरकरार रखेगी। न्यायिक जांच आयोग ने रिपोर्ट मुख्यमंत्री को सौंप दी है। जांच रिपोर्ट अभी सार्वजनिक नहीं हुई है। हम इसे कैबिनेट में ले जाएंगे, इसके उपरांत कार्रवाई के लिए उसे आगे भेजेंगे, फिर इस संदर्भ में बात करेंगे।

 

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