सेवानिवृत्ति बीईओ सरेनी रामचंद्र का जीआईसी में हुआ सम्मान
रायबरेली। खण्ड शिक्षा अधिकारियों के बीच में आरसी सर के नाम से मशहूर सरेनी विकासक्षेत्र के बीईओ रामचन्द्र 31 मार्च को सेवानिवृत्ति हो गए हैं। बेसिक शिक्षा विभाग में करीब 27 साल तक सेवा देने वाले बीईओ रामचंद्र का सम्मान समारोह मंगलवार की देरशाम को राजकीय इंटर कॉलेज के सभागार में किया गया।
रामचंद्र के कार्यों की तारीफ करते हुए बीएसए शिवेंद्र प्रताप सिंह ने कहा कि सदैव ही अपने कार्य के प्रति समर्पित रहते थे। उनके कार्य करने की शैली और भाषा अंदाज दूसरों से जुदा रहता था। विभाग के लिए उन्होंने अपने 27 सालों के कार्यकाल में अनेक नवाचार किए
डीआईओएस ओमकार राणा ने कहा कि आरसी सर का अनुभव कई बार हमें भी काम आया। वे अनुभव से विभाग के नए साथियों को बताते रहेंगे, हम ऐसी उम्मीद करते हैं। बीईओ संघ के प्रांतीय महामंत्री वीरेंद्र कनौजिया ने कहा कि विभाग के साथ ही हम लोगों के संघर्ष में रामचंद्र जी का बहुत बड़ा योगदान रहा। जिले में उन्होंने सरेनी विकासक्षेत्र को बहुत ही बेहतर से चलाया।
पूर्व अध्यक्ष पद्मशेखर मौर्य ने कहा कि हमारे उन्होंने संगठन में काम किया। सुल्तानपुर में रहते हुए हम लोगों ने अपने संवर्ग को आगे बढ़ाने में बहुत काम किया था, जिसमें रामचंद्र जी का बहुत महत्वपूर्ण योगदान था। परिवार को आगे बढ़ाने में भी काम किया। आज उनके परिवार में सभी सरकारी नौकरी में हैं।
बीईओ बृजलाल ने कि शिक्षकों के लिए उन्होंने जिस तरह से काम किया, उसकी जितनी भी तारीफ की जाए कम है। कार्यक्रम के संयोजक बीईओ रोहनिया डॉ. सत्यप्रकाश यादव ने कहा कि सरेनी के शिक्षकों ने बहुत ही बेहतर तरीके से काम अपने बीईओ का सम्मान किया, यह उनके बेहतर काम का ही नतीजा रहा। शिक्षक सौरभ शुक्ला ने रामचन्द्र के ऊपर कविता सुनाई उन्होंने लिखा ‘अधिकारी देखें ज्यादा मद में चूर रहे, लेकिन इस दुर्गुण से साहब हरदम दूर रहे’।
गैर जनपद को स्थांतरित हुए बीईओ कुलदीप, गौरव मिश्रा, धर्मेश यादव, प्रियंका सिंह, केके त्रिपाठी की विदाई की गई। सभी ने बीईओ रामचन्द्र की तारीफ करते हुए कहा कि सर हम लोगों के बीच में हमेशा हँसने का माहौल बनाकर रखते थे। सर के अनुभव से हम लोगों ने बहुत कुछ सीखा।
इस मौके बीईओ ब्रजमोहन, मुकेश कुमार, अनिल मिश्रा, राममिलन यादव, अश्वनी गुप्ता, सत्यप्रकाश, विजय कुमार, वरुण मिश्रा, शीतल श्रीवास्तव, नन्दकिशोर, शिक्षक आशुतोष तिवारी, राघवेंद्र सिंह, सौरभ शुक्ला, सहित उनके भाई दयाराम यादव, बेटे विवेक, प्रांजल, श्याम, पोता दिव्यांश, दामाद सुधीर यादव, अमित यादव आदि लोग मौजूद रहे।