KGMU में 15 सालों से विभिन्न पदों पर कर्मियों की भर्ती नहीं, कर्मचारी परिषद ने उठाई आवाज

Lucknow: किंग जॉर्ज चिकित्सा विश्वविद्यालय (KGMU) लखनऊ में लंबे समय से संविदा पर कार्यरत कर्मचारियों की स्थिति को लेकर कर्मचारियों में गहरा असंतोष है। विश्वविद्यालय कर्मचारी परिषद ने कुलपति को पत्र लिखकर इस गंभीर मुद्दे को उठाया है।
कर्मचारी परिषद अध्यक्ष विकास सिंह और महामंत्री अनिल कुमार द्वारा दिनांक 1 मई 2025 को भेजे गए इस पत्र में कहा गया है कि लिपिक, एकाउंटेंट, सिविल इंजीनियर, इलेक्ट्रिक इंजीनियर, मैकेनिकल इंजीनियर व चतुर्थ श्रेणी कर्मचारियों के खाली पदों पर पिछले 15 वर्षों से कर्मचारियों की भर्ती नहीं की गई है।
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इससे संस्थान के प्रशासनिक कार्यों में लगातार बाधाएं उत्पन्न हो रही हैं, जिससे रोगियों को बेहतर स्वास्थ्य सेवाएं उपलब्ध कराने में कठिनाई हो रही है। केजीएमयू में अनेक पद वर्षों से रिक्त पड़े हैं और इसके कारण कार्यरत कर्मचारियों पर अत्यधिक कार्यभार पड़ रहा है। यदि शीघ्र भर्ती नहीं की गई तो संस्थान की कार्यक्षमता प्रभावित हो सकती है। साथ ही यह योग्य अभ्यर्थियों के रोजगार के अवसरों को भी बाधित कर रहा है।
पत्र में यह भी उल्लेख किया गया है कि संस्थान द्वारा नर्सिंग, टेक्नीशियन के पदों पर नई भर्तियां की जा रही हैं लेकिन उक्त पदों पर भर्ती के लिए कोई प्रयास नहीं हो रहा है।
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परिषद ने कुलपति और रजिस्ट्रार से मांग की है कि लिपिक, एकाउंटेंट, सिविल इंजीनियर, इलेक्ट्रिक इंजीनियर, मैकेनिकल इंजीनियर व चतुर्थ श्रेणी कर्मचारियों के खाली पदों को भरने के लिए जल्द से जल्द आदेश जारी किए जाएं। जिससे संस्थान में कार्यप्रणाली सुचारू रूप से चली रहे एवं योग्य अभ्यर्थियों को रोजगार ना मिल सके।