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कोरोना संक्रमित के घरवालों की नहीं हुई जांच

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Lucknow: शहर में कोरोना (Corona) मरीज मिलने के बावजूद संक्रमित के संपर्क में आए लोगों के न तो अभी नमूने लिए गए हैं और न ही उनकी कोई जांच की गई है। बस घर वालों को एहतियात बरतने की को कहा गया है। जिम्मेदार अधिकारियों को कहना है कि उन्हें कॉन्टैक्ट ट्रेसिंग (Contact tracing) के कोई निर्देश नहीं मिले हैं।

आशियाना निवासी वाले 60 वर्षीय बुजुर्ग दस दिन पहले उत्तराखंड (Uttarakhand)  की धार्मिक यात्रा से लौटे थे। लौटने के तीन दिन बाद उन्हें सांस लेने में दिक्कत हुई तो घरवालों ने संजय गांधी पीजीआई में दिखाया। हालत गंभीर दिखने पर डाक्टरों ने भर्ती करके इलाज शुरू कर दिया। कोविड के लक्षण नजर आने पर डाक्टरों ने कोरोना जांच कराई। मंगलवार को बुजुर्ग की रिपोर्ट आई तो कोरोना वायरस के नए वैरिएंट जेएन 1 ( JN1 variant) की पुष्टि हो गई। बुजुर्ग की हालत में सुधार होने पर डाक्टरों ने उन्हें डिस्चार्ज दिया था।

करीब डेढ़ साल बाद लखनऊ में कोरोना का यह केस सामने आया है। इस देखते हुए अस्पतालों को अलर्ट जारी कर दिया है लेकिन संक्रमित मरीज के संपर्क में आए लोगों की जांच न;हीं की जा रही है।

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मुख्य चिकित्सा अधिकारी (CMO) डॉ. एनबी सिंह के मुताबिक शासन से निर्देश आने पर ही जांच, ट्रेसिंग का कार्य किया जा सकेगा। परिवार के किसी अन्य सदस्य में अभी तक कोरोना के कोई लक्षण नहीं दिखे हैं। डॉ. सिंह का कहना है कि कोरोना का नया वैरिएंट जेएन 1 ज्यादा घातक नहीं है। उन्होंने सलाह दी कि जेएन-1 को लेकर घबराने की जरूरत नहीं है। अगर बीमारी के लक्षण दिखाई दें तो जांच करवाएं और डाक्टर से दवा लें। अस्पतालों में जांच की सुविधा है।

लक्षणों के आधार पर होगी जांच

कोविड को लेकर सभी सरकारी अस्पतालों को अलर्ट(Alert) कर दिया गया है। अस्पतालों में आने वाले मरीजों की लक्षण के आधार पर कोविड जांच होगी। इस क्रम में केजीएमयू (KGMU) में भी आदेश दिया गया है कि ओपीडी और भर्ती मरीजों में अगर कोरोना के लक्षण मिलें तो कोविड टेस्ट (Covid test) जरूर कराएं। कोविड को लेकर डॉक्टर व कर्मियों को सतर्क रहने की हिदायत दी गई है। प्रवक्ता डॉ. केके सिंह के अनुसार रेस्पीरेटरी मेडिसिन, कॉर्डियोलॉजी और मेडिसिन विभाग में सांस फूलने, सांस लेने में तकलीफ जैसी बीमारी के मरीजों की लक्षणों के आधार पर कोरोना जांच कराने की सलाह दी गई है। माइक्रोबायोलॉजी विभाग में जांच की व्यवस्था है।

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