घायलों को समय पर इमरजेंसी केयर देकर बचा सकते हैं जिंदगी
चंदौली एसपी व सीएमओ की पहल पर पुलिस कर्मियों को दी गई इमरजेंसी केयर ट्रेनिंग

चंदौली। कोई व्यक्ति अचानक बेहोश हो जाए, उसकी पल्स ना मिल रही हो और सांस भी ना चल रही हो तो इसका मतलब है व्यक्ति को कार्डियक अरेस्ट हुआ है। यदि किसी को कार्डियक अरेस्ट होता है, तो उन्हें तब तक हाई क्वालिटी सीपीआर देना चाहिए जब तक कि चिकित्सा सहायता न आ जाए। ऐसा करके हम बड़ी संख्या में लोगों की जान बचा सकते हैं। यह जानकारी बुधवार को इमरजेंसी केयर एक्सपर्ट डॉ. दाउद हुसामी ने दी। वह पुलिस लाइन सभागार में ट्रैफिक पुलिस, डायल 112 व अन्य पुलिस कर्मियों को इमरजेंसी केयर ट्रेनिंग के दौरान सम्बोधित कर रहे थे।
उत्तर प्रदेश प्रदेश में 108 एवं 102 एम्बुलेंस सेवा प्रदाता संस्था ईएमआरआई ग्रीन हेल्थ सर्विसेज में इमरजेंसी केयर एक्सपर्ट डॉ. दाउद हुसामी ने बताया कि किसी भी इमरजेंसी के दौरान सबसे पहले पहुंचने वालों में डायल 112 या 108 के लोग ही होते हैं। यदि समय पर पीडि़त व्यक्तियों को मदद मिल जाए तो ज्यादातर को बचाया जा सकता है।
उन्होंने बताया कि यदि कोई व्यक्ति की दुर्घटना में आंख में चोट लग जाए तो आंख को दबाए नहीं, यदि कोई नुकीली वस्तु आंख में घुस जाए तो उसे निकालना नहीं है, ऐसा करने से समस्या बढ़ सकती है इसलिए मरीज को जल्दी से जल्दी अस्पताल पहुंचाना है।
आइस बॉक्स में रखें कटे हुए अंग
डॉ. दाउद हुसामी ने बताया कि दुर्घटना के दौरान किसी व्यक्ति की उंगली, हाथा या पैर कट जाए तो उसे प्लास्टिक सर्जरी करके दोबारा जोड़ा जा सकता है। ऐसा होने पर कटे हुए अंग को साफ पॉलीथीन में रखकर उसे आइस बॉक्स में रखकर प्लास्टिक सर्जन के पास ले जाएं। जितनी जल्दी डॉक्टर तक पहुंचेंगे अंग के जुड़ने की सफलता दर उतनी अधिक रहती है।
उन्होंने बताया कि एक्सीडेंट में हेड इंजरी होने पर या रीढ़ की हड्डी में चोट लगने पर सिर को स्थिर रखना है, इसके लिए सवाईकल कॉलर या स्पाइन बोर्ड का प्रयोग कर सकते हैं। यदि ये उपलब्ध नहीं है तो हाथ से सिर को पकड़ कर रखे ताकि और अधिक चोट ना लगने पाए और अस्पताल ले जाएं। इसके अलावा कोई लगातार ब्लीडिंग हो रही है तो हाथ या पैर को ऊपर उठा कर रखना है। इसके साथ ही ब्लीडिंग रोकने के लिए टार्निकेट बांधने की भी जानकारी दी।
डॉ. दाउद हुसामी ने बताया कि रोड एक्सीडेंट में सबसे ज्यादा मरने वालों की संख्या 18 से 36 साल के युवाओं की होती है। आपकी छोटी सी मदद इन युवाओं की जिंदगी बचाने में अहम रोल अदा कर सकती है।
इस दौरान एसपी आपरेशन अनिल कुमार यादव ने पुलिस कर्मियों को ट्रेनिंग को अच्छी तरह समझ कर उससे मिली सीख को अमल में लाने और लोगों की जिंदगी बचाने में अहम भूमिका अदा करने का आह्रवान किया।
प्रशिक्षण कार्यक्रम का आयोजन मुख्य चिकित्सा अधिकारी की ओर से किया गया था। इस अवसर पर एसपी आपरेशन अनिल कुमार यादव, डिप्टी एसपी विनीत कुमार पाठक, 108 सेवा के इंस्ट्रक्टर रिजवान आलम, सहित अन्य लोग मौजूद रहे।