केजीएमयू में चतुर्थ श्रेणी कर्मचारियों की पदोन्नति ना होने पर असंतोष, कर्मचारी परिषद ने जताई नाराज़गी

लखनऊ: किंग जॉर्ज चिकित्सा विश्वविद्यालय (KGMU) में चतुर्थ श्रेणी कर्मचारियों की वर्षों से लंबित पदोन्नति को लेकर अब असंतोष खुलकर सामने आ गया है। कर्मचारी परिषद ने कुलपति और कुलसचिव को ज्ञापन सौंपते हुए जल्द से जल्द प्रमोशन प्रक्रिया शुरू करने की मांग की है।
कर्मचारी परिषद के अध्यक्ष विकास सिंह और महामंत्री अनिल कुमार द्वारा हस्ताक्षरित इस ज्ञापन में कहा गया है कि विश्वविद्यालय में कार्यरत चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी पिछले 12 से 15 वर्षों से पदोन्नति की प्रतीक्षा कर रहे हैं। कई कर्मचारी तो 15 से 20 वर्षों तक सेवा देने के बावजूद भी प्रमोशन से वंचित हैं।
परिषद का कहना है कि इस मुद्दे को बार-बार विश्वविद्यालय प्रशासन के समक्ष उठाया गया, लेकिन अब तक कोई ठोस कार्यवाही नहीं की गई। इसका सीधा असर कर्मचारियों के मनोबल और कार्य वातावरण पर पड़ रहा है। परिषद ने यह भी कहा कि माननीय न्यायालयों और शासन की स्पष्ट नीतियों के बावजूद पदोन्नति न मिलना प्रशासनिक लापरवाही को दर्शाता है।
कर्मचारी नेताओं ने चेतावनी दी है कि यदि 15 दिनों के भीतर इस मुद्दे पर सकारात्मक कार्यवाही नहीं होती है, तो परिषद आंदोलनात्मक कदम उठाने को बाध्य होगी, जिसकी समस्त जिम्मेदारी विश्वविद्यालय प्रशासन की होगी।
ज्ञापन की प्रतिलिपि चिकित्सा शिक्षा मंत्री उत्तर प्रदेश सरकार और प्रमुख सचिव, चिकित्सा शिक्षा को भी प्रेषित की गई है।
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इस मुद्दे को लेकर विश्वविद्यालय के कर्मचारियों में भारी रोष व्याप्त है, और सभी की निगाहें अब प्रशासन के अगले कदम पर टिकी हैं।