UP

UPPCL: पहले संविदा कर्मियों का वेतन फिर अफसरों को सैलरी

मध्यांचल के 9,000 इंजीनियर व कर्मियों को नहीं मिली सैलरी

Lucknow: पूर्वांचल (PuVVNL) और दक्षिणांचल (DVVNL) ऊर्जा निगम के निजीकरण को लेकर कर्मचारी और इंजीनियर विरोध कर रहे हैं। इस विरोध की कमर तोडऩे के लिए यूपीपीसीएल (UPPCL) प्रबंधन छोटी-छोटी गलती पर निलम्बन जैसी कार्रवाई कर रहा है। इस कड़ी में प्रबंधन ने मध्यांचल (MVVNL) निगम के करीब 9,000 इंजीनियरों और कर्मियों का वेतन रोक दिया है। तर्क दिया जा रहा है कि संविदा कर्मचारियों (contract workers) का वेतन पहले निर्गत होगा उसके बाद अफसर अपना वेतन पाएंगे।

निजीकरण का विरोध कर्मचारियों पर भारी पड़ रहा है। खुद को कार्रवाई से बचाने की कोशिश कर रहे कर्मियों के उत्पीडऩ के प्रबंधन नये नये तरीके खोज रहा है। ताजा मामला उसमें सैलरी का शामिल हो गया है। ऊर्जा विभाग में ऐसा पहले कभी नहीं हुआ कि इंजीनियर और कर्मचारियों का वेतन महीने का पहला सप्ताह बीतने तक न आया हो। मगर जून माह का वेतन न मिलने से अभियंता और कर्मी खासे परेशान हैं। जुलाई की 6 तारीख बीत गई मगर वेतन कर्मियों के खाते में नहीं आया। प्रबंधन के सख्त रूख का नतीजा है कि कोई भी कर्मचारी संगठन प्रबंध निदेशक स्तर पर वेतन न मिलने की शिकायत तक दर्ज नहीं करा पा रहा है।

कइयों की ईएमआई अटकी

विभाग के कई कर्मचारी ऐसे हैं जिनकी बैंक ईएमआई (EMI) चल रही है। किसी को होम लोन की ईएमआई देनी है तो किसी को वाहन की किश्त जमा करनी है। वेतन खाते में न आने से कर्मचारियों के सामने ईएमआई समय पर जमा न पाने का संकट आ गया है। इसे लेकर कर्मी लगातार बैंक से आने वाले मैसेज देख रहे हैं। विभाग के एक अफसर का कहना है कि उनकी लोन की किश्त महीने की नौ तारीख को कटती है अगर समय पर वेतन न आया और ईएमआई जमा नहीं हुई तो बैंक उन पर पैनाल्टी लगा सकता है। यह समस्या एक कर्मचारी की नहीं बल्कि 4-5 दर्जन कर्मियों के सामने आ सकती है।

पहले मिले आउटसोर्स कर्मियों को वेतन

शक्ति भवन प्रबंधन का आदेश है कि विभाग में काम करने वाले आउटसोर्स कर्मियों (contract workers) को माह की तीन तारीख तक हर हाल में वेतन मिल जाना चाहिए। अगर संविदा कर्मियों को वेतन नहीं मिला तो अफसरों को भी सैलरी नहीं मिल पाएगा। इस आदेश का असर जुलाई माह में दिखाई दिया। मध्यांचल के कुछ जोन में संविदा कर्मियों को जून माह का वेतन नहीं मिल पाया है। इसका कारण पोर्टल पर कर्मियों की उपस्थिति का सत्यापन न हो पाना बताया जा रहा है। अब संविदा कर्मियों को वेतन नहीं मिला तो शक्ति भवन के निर्देश पर मध्यांचल निगम के सभी इंजीनियरों और कर्मियों का वेतन रोक दिया गया।

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