सांसद आनंद भदौरिया ने TET मामले में CM व PM से सुप्रीम कोर्ट में पुनर्विचार याचिका दायर करने की मांग की

LUCKNOW: धौरहरा के सांसद आनंद भदौरिया ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पत्र लिखकर सुप्रीम कोर्ट में पुनर्विचार याचिका दायर करने की मांग की है। उन्होंने यह अपील हाल ही में आए सर्वोच्च न्यायालय के उस फैसले के मद्देनजर की है, जिसमें परिषद शिक्षक बनने के लिए टीईटी (TET) परीक्षा उत्तीर्ण करना अनिवार्य कर दिया गया है।
सांसद भदौरिया ने अपने पत्र में कहा है कि पहले से लागू नियमों के तहत इंटरमीडिएट बीटीसी, सीपीएड, बीएड (प्राथमिक स्तर) एवं टीसीएच जैसी योग्यताएं मान्य थीं। वर्ष 2011 से स्नातक बीटीसी, बीएड, बीएड (विशेष) और टीसीएच पाठ्यक्रम भी शिक्षक भर्ती में मान्य रहे हैं। लेकिन सुप्रीम कोर्ट के इस फैसले से उत्तर प्रदेश के करीब डेढ़ लाख शिक्षक और उनके परिवारों का भविष्य संकट में पड़ गया है।
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उन्होंने कहा कि यह फैसला शिक्षक समुदाय में गहरी असमंजस और निराशा पैदा कर रहा है। जबकि नियुक्ति के समय उनकी योग्यता और सेवाएं मान्य थीं, ऐसे में उन्हें अब अयोग्य ठहराना न्यायसंगत नहीं होगा।
सांसद भदौरिया ने मुख्यमंत्री और प्रधानमंत्री से आग्रह किया है कि इस स्थिति को देखते हुए केंद्र और राज्य सरकारें मिलकर सुप्रीम कोर्ट में पुनर्विचार याचिका दाखिल करें। साथ ही आवश्यकता पड़ने पर नया कानून बनाकर प्रभावित शिक्षकों को राहत देने का रास्ता निकाला जाए।
उनका कहना है कि इससे शिक्षकों को सामाजिक और आर्थिक सुरक्षा मिलेगी और सरकार की जनलोकप्रियता में भी इजाफा होगा।