बिजली विभाग के इंजीनियर को जूते से पीटा, विरोध में इंजीनियरों ने दी आंदोलन की चेतावनी
भाजपा विधायक ने बिजली इंजीनियर को जूते से पीटा, प्रदेश भर में इंजीनियर आक्रोशित

LUCKNOW/Ballia– बलिया में बिजली विभाग के अधीक्षण अभियंता के कार्यालय में घुसकर स्थानीय भाजपा नेता द्वारा जूते से हमला किए जाने का मामला तूल पकड़ता जा रहा है। इस घटना को लेकर प्रदेशभर के दलित और पिछड़े वर्ग के अभियंता आक्रोशित हैं। अभियंताओं ने घोषणा की है कि सोमवार को वे काली पट्टी बांधकर कार्य करेंगे और प्रतीकात्मक विरोध दर्ज कराएंगे। यदि आरोपी भाजपा नेता और उसके साथियों की तत्काल गिरफ्तारी नहीं हुई तो आंदोलन उग्र रूप लेगा।
रविवार को लखनऊ स्थित फील्ड हॉस्टल में पावर ऑफिसर्स एसोसिएशन की केंद्रीय कार्य समिति की बैठक हुई, जिसमें बलिया की घटना की कड़ी निंदा करते हुए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को पत्र भेजा गया।
अभियंताओं ने आरोप लगाया कि पूर्वांचल विद्युत वितरण निगम के अधीक्षण अभियंता श्रीलाल सिंह के कार्यालय में भाजपा नेता मुन्ना बहादुर सिंह जबरन घुस आए और उन पर जूते से हमला किया। इस दौरान जातिसूचक शब्दों का भी इस्तेमाल किया गया। दलित अभियंता की तहरीर पर थाने में प्राथमिकी दर्ज कराई गई है।
बैठक में अभियंताओं ने कहा कि बिजली आपूर्ति पूरी तरह से संसाधनों पर आधारित व्यवस्था है, जिसे किसी व्यक्ति की मांग पर तत्काल उपलब्ध कराना संभव नहीं होता। ऐसे में सीधे अभियंता पर हमला भाजपा नेता की सोची-समझी साजिश प्रतीत होती है। यदि ऐसी घटनाएं दोहराई गईं तो अभियंताओं के लिए काम करना कठिन हो जाएगा।
संघ के अध्यक्ष आरपी केन, कार्यवाहक अध्यक्ष अवधेश कुमार वर्मा समेत अन्य पदाधिकारियों ने कहा कि सोमवार को पूरे प्रदेश में अभियंता काली पट्टी बांधकर विरोध जताएंगे। साथ ही प्रदेश सरकार से मांग करेंगे कि आरोपियों को तत्काल गिरफ्तार किया जाए और अभियंताओं की सुरक्षा सुनिश्चित की जाए।
बैठक में यह भी आरोप लगाया गया कि ऊर्जा प्रबंधन लगातार दलित और पिछड़े वर्ग के अभियंताओं का उत्पीड़न कर रहा है और फील्ड में काम करने वालों को भय और दबाव में डाला जा रहा है। अभियंताओं ने कहा कि ऊर्जा मंत्री और निगम प्रबंधन का मौन रवैया गंभीर चिंता का विषय है।