ओपिनियन
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25 जून 1975 से 21 मार्च 1977 : 21 महीने के आपातकाल के दंश की भयावह गाथा
आपातकाल (1975-77) भारत के लोकतांत्रिक इतिहास का सबसे अंधकारमय अध्याय था। जानिए कैसे इंदिरा गांधी ने सत्ता बचाने के लिए…
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Mothers Day: स्त्री की संपूर्णता का एक ही नाम ‘मां’-Dr. Dhwani Singh
Dr. Dhwani Singh बताती हैं कि माँ बनना सिर्फ एक अनुभव नहीं, बल्कि हर स्त्री के जीवन की पूर्णता है…
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तकनीकी विकास जरूरी, लेकिन राष्ट्रीय नियंत्रण उससे भी जरूरी: अखिलेश यादव
संचार, इंटरनेट और विदेशी तकनीकों पर बढ़ती निर्भरता भारत की संप्रभुता और सुरक्षा के लिए चुनौती बन सकती है। जानें…
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जब 37 दिनों तक 52 क्रांतिकारियों के शव बावनी इमली के पेड़ पर लटकते रहे
1857 की क्रांति में 52 वीरों को इमली के पेड़ पर फाँसी, 37 दिन तक लटके रहे शव। जानिए अमर…
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अश्लीलता के विरुद्ध संस्कार भारती का विरोध – भारतीय संस्कृति की रक्षा के लिए एक सशक्त स्वर: पंचदेव यादव
Lucknow:संस्कार भारती, जो भारतीय कला, संस्कृति और मूल्य परंपराओं के संरक्षण एवं संवर्धन हेतु समर्पित है, वर्तमान में डिजिटल मंचों…
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डॉ आम्बेडकर की दृष्टि में ‘हिन्दुत्व’
नीरज तिवारी भारत (Bharat) के प्रथम कानून मंत्री एवं संविधान सभा के अध्यक्ष बाबा साहब डॉ भीमराव आम्बेडकर (Dr Bhimrao…
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कर्म ही सबसे बड़ा धर्म : श्री कृष्ण
Sandeep Yadav: आज उनका जन्मदिन है जिन्होंने कर्म की प्रधानता को मनुष्य का सबसे बड़ा धर्म बताया। जिन्होंने ‘कर्म कर…
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भारतीय मीडिया को विदेशी षड्यंत्रों के नैरेटिव से आना होगा बाहर : उमेश उपाध्याय
देवर्षि नारद जयन्ती (ज्येष्ठ शुक्ल द्वितीया) के उपलक्ष्य में लखनऊ विश्वविद्यालय के एपी सेन सभागार में गुरुवार शाम को ‘देवर्षि…
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भारतीय सााहित्य के अनन्य उपासक रविन्द्र नाथ टैगोर
भारतीय साहित्य के नोबल पुरस्कार विजेता रवीन्द्रनाथ टैगोर विश्वविख्यात कवि, साहित्यकार संगीतकार, शिक्षाविद एवं दार्शनिक के रूप में जाने जाते…
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