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केजीएमयू में बनेगा 500 बेड का ट्रामा 2, सीएम योगी ने किया शिलान्‍यास

KGMU

LUCKNOW: उत्‍तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सोमवार को प्रदेश में बढ़ते ट्रॉमा मरीजों को राहत देने के लिए ट्रामा सेंटर-2 का शिलान्यास किया। किंग जॉर्ज मेडिकल यूनिवर्सिटी (KGMU) में बनने वाला यह भवन दो वर्षों में बनकर तैयार हाे जाएगा। इस भवन के निर्माण से ट्रामा के मरीजों को अतिरिक्त 500 बेड की सुविधा मिलेगी। इस सात मंजिला भवन में पेशेंट यूटिलिटी कॉम्प्लेक्स की भी सुविधा मिलेगी।

यह भवन दो वर्षों में 273 करोड़ रुपये की लागत से बनकर तैयार होगा। इससे न केवल केजीएमयू में भर्ती की क्षमता बढ़ेगी, बल्कि गंभीर रोगियों को बेहतर और समय पर इलाज भी मिल सकेगा।

ट्रामा सेंटर में बनेंगे 9 ऑपरेशन थिएटर

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने प्रदेश में आपातकालीन चिकित्सा सेवाओं को नए आयाम देने की दिशा में एक बड़ा कदम है। वर्तमान में केजीएमयू के ट्रॉमा सेंटर की क्षमता सीमित होने के कारण कई बार मरीजों को स्ट्रेचर पर ही प्राथमिक इलाज देना पड़ता है, लेकिन वहीं नये भवन के निर्माण सेमरीजों को आधुनिक सुविधाओं से युक्त बेड पर त्वरित और प्रभावी इलाज मिल सकेगा। इस सात मंजिला भवन में आकस्मिक और गहन चिकित्सा सेवाओं से संबंधित तमाम आवश्यक सुविधाएं उपलब्ध होंगी।

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इसमें 9 ओटी (ऑपरेशन थिएटर), सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट, एफ्लुएंट ट्रीटमेंट प्लांट, फायर फाइटिंग और फायर अलार्म जैसी आधुनिक व्यवस्थाएं शामिल हैं। इसके साथ ही विस्तारित पार्किंग सुविधा भी विकसित की जाएगी, जहां 250 से अधिक वाहनों के खड़े होने की क्षमता होगी। यहां केवल इलाज की सुविधाएं ही नहीं, बल्कि मरीजों और उनके परिजनों की सहूलियत के लिए पेशेंट यूटिलिटी कॉम्प्लेक्स का भी निर्माण किया जाएगा। इस परिसर में वेटिंग एरिया, किचन, डायनिंग एरिया और कैफे जैसी व्यवस्थाएं होंगी, ताकि मरीजों के साथ आने वाले परिजनों को भी सुविधाजनक वातावरण मिल सके। यह कॉम्प्लेक्स मरीजों की देखभाल करने वालों के लिए मानसिक और भौतिक राहत देने वाला सिद्ध होगा।

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प्रदेश का श्रेणी-1 स्तर का केंद्र होगा ट्रामा-2 सेंटर

ट्रामा-2 सेंटर प्रदेश का श्रेणी-1 स्तर का केंद्र होगा। इसमें सड़क दुर्घटनाओं, प्राकृतिक आपदाओं, औद्योगिक दुर्घटनाओं आदि में घायल होने वाले गंभीर मरीजों के लिए गहन चिकित्सा सुविधाएं उपलब्ध कराई जाएंगी। इस तरह की आपात स्थितियों में केजीएमयू को एक प्राथमिक और अत्यंत सक्षम उपचार केंद्र के रूप में विकसित किया जा रहा है।

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ट्रामा सेंटर के विस्तार से गंभीर रूप से घायल मरीजों की भर्ती क्षमता में वृद्धि होगी और त्वरित चिकित्सा सेवाएं संभव हो सकेंगी। इससे ना केवल कई मरीजों का जीवन बचाया जा सकेगा, बल्कि अस्पताल पर बढ़ते दबाव को भी नियंत्रित किया जा सकेगा।

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