स्वास्थ्य

एरास मेडिकल कॉलेज में न्यूरोमॉडुलेशन पर वर्कशॉप का आयोजन

लखनऊ के अलावा दूसरे राज्‍यों एवं नेपाल से भी विशेषज्ञ डॉक्‍टर हुए वर्कशॉप में शामिल

लखनऊ: एरास लखनऊ मेडिकल कॉलेज (Eras Lucknow Medical College And Hospital) के मनोरोग विभाग की ओर से शनिवार 12 अप्रैल को एक दिवसीय “हैंड्स-ऑन ट्रेनिंग वर्कशॉप ऑन न्यूरोमॉडुलेशन” का सफल आयोजन किया गया।

यह कार्यशाला मानसिक स्वास्थ्य सेवाओं में तकनीकी प्रगति की दिशा में एक अहम पहल रही, जिसका उद्देश्य आधुनिक न्यूरोमॉडुलेशन तकनीकों को मानसिक स्वास्थ्य पेशेवरों तक पहुँचाना था।

एरा मेडिकल कॉलेज पहुंचे देश विदेश के डॉक्‍टर

कार्यशाला का नेतृत्व प्रसिद्ध मनोरोग विशेषज्ञ डॉ. अलीम सिद्दीकी ने किया। दो विशिष्ट अतिथि वक्ता – डॉ. शोभित गर्ग, प्रोफेसर एवं विभागाध्यक्ष, मनोचिकित्सा विभाग, SGRRIMS, देहरादून, और डॉ. सुजिता कुमार कर, अतिरिक्त प्रोफेसर, KGMU, लखनऊ – ने भी अपने बहुमूल्य विचार और अनुभव साझा किए।

यह कार्यशाला दो अत्याधुनिक, नॉन-इनवेसिव न्यूरोमॉडुलेशन तकनीकों – RTMS (Repetitive Transcranial Magnetic Stimulation) और tDCS (Transcranial Direct Current Stimulation) – पर केंद्रित रही। इन तकनीकों का उपयोग अवसाद, चिंता, सिज़ोफ्रेनिया जैसे मानसिक रोगों के इलाज में तेजी से बढ़ रहा है।

कार्यक्रम में लखनऊ के विभिन्न मेडिकल कॉलेजों से डॉक्टरों और मानसिक स्वास्थ्य विशेषज्ञों के साथ नेपाल से भी एक विशेषज्ञों की टीम ने भी भाग लिया।

डॉ. अलीम सिद्दीकी ने बताया कि डॉक्‍टर्स को इन नई, नॉन-इनवेसिव तकनीकों के उपयोग, सावधानियों, निषेधों और उनके लाभों की जानकारी दी गई और मशीनों पर प्रत्यक्ष प्रशिक्षण भी दिया गया।

इस कार्यशाला के माध्यम से एरास मेडिकल कॉलेज का मनोरोग विभाग यह सुनिश्चित करना चाहता था कि अधिक से अधिक मानसिक स्वास्थ्य पेशेवर इन आधुनिक तकनीकों को चलाना सीखें, उनके नए-नए लाभों से अवगत हों और इस ज्ञान का उपयोग कर अपने मरीजों के इलाज को और अधिक प्रभावी बना सकें।

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