जालसाजों ने बेच डाली शिक्षक नेता की करोड़ों रुपये की कीमती जमीन

लालगंज क्षेत्र में रेलकोच के पास जमुवावां गांव स्थित करोड़ों रुपये की जमीन को सस्ते दाम में बेचा
रायबरेली। रेलकोच के आसपास की बेशकीमती जमीन पर जालसाजों की नजर पड़ चुकी है। जमीन किसी दूसरे की और किसी दूसरे को सामने खड़ा करके यहां पर जमीनों को भेजा जा रहा है। भू स्वामी का पता नहीं, लेकिन निबंधक कार्यालय से जमीन को लिखा दिया गया। जालसाजों ने शिक्षक नेता के नाम की जमीन को भी बेच डाला। गनीमत यह रही कि जमीन की दाखिल खारिज होने से पहले ही शिक्षक नेता को पता चल गया और उन्होंने आपत्ति जताते हुए नायाब तहसीलदार से लेकर जिलाधिकारी से शिकायत करके फर्जी बैनामा को निरस्त किए जाने और जालसाजों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है।
लालगंज कोतवाली क्षेत्र के निवासी प्राथमिक शिक्षक संघ के जिलाध्यक्ष महेंद्र यादव की रेलकोच के पास में बहुत ही कीमती जमीन है। उनकी और चचेरे भाई हरिओम यादव की जमीन जमुवावां गांव में कई बीघा जमीन है। उन्होंने डीएम को पत्र देकर बताया कि गाटा संख्या 119 में 0.440 व 135 में 2.3030 हेक्टयर जमीन है। यह जमीन खतौनी काश्तकार है जो संक्रमणीय भूमिधरी है। इस जमीन को जालसाजों ने पूरे मकरहन मजरे ऐहार गांव निवासी एक व्यक्ति को बेच दिया।
उनकी जमीन नौ अगस्त को बेची गई और उनके स्थान पर जालसाजों ने किसी दूसरे को भूमि का मालिक बनाकर रजिस्ट्री करा दी। इस जमीन में जालसाजों की तरफ से दो व्यक्तियों को गवाह भी बनाया गया है। दोनों ही कोतवाली क्षेत्र के पूरे बाल्हेश्वर मजरे ऐहार के निवासी है।
इस मामले की जानकारी होने के बाद उन्होंने आपत्ति दर्ज कराई है और नायाब तहसीलदार से लेकर रजिस्ट्री कार्यालय की तरफ से की गई लापरवाही की शिकायत की है। उन्होने बताया कि रजिस्ट्री पर नाम हमारा है और फोटो किसी दूसरे विक्रता की लगाई गई है। इस मामले में पीड़ित की शिकायत पर जिलाधिकारी ने क्षेत्राधिकारी लालगंज को शिकायत सौंपी है।