गुरु के वचन को ही मनाना उनका सबसे बड़ा प्रणाम: अमित
राष्ट्रीय शैक्षिक महासंघ की तरफ से आयोजित किया गया गुरुवंदन दिवस, जिला पंचायत सभागार में आयोजित कार्यक्रम नई शिक्षा नीति पर की गई चर्चा

RAEBARELI: राष्ट्रीय शैक्षिक महासंघ की तरफ से मंगलवार को गुरुवंदन एवं अभिनंदन कार्यक्रम का आयोजन किया गया। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि जिला पंचायत अध्यक्ष रंजना चौधरी रही। गुरुवंदन कार्यक्रम के मुख्य वक्ता जिले के विभाग प्रचारक अमित रहे। विशिष्ट अतिथि राष्ट्रीय शैक्षिक महासंघ के प्रदेश अध्यक्ष शिवशंकर सिंह रहे। कार्यक्रम की अध्यक्षता प्रदेश मंत्री डॉ. श्वेता रही। कार्यक्रम में ही नवनिर्वाचित प्रदेश अध्यक्ष शिवशंकर सिंह और प्रदेशा मंत्री डॉ. श्वेता का स्वागत एवं सम्मान किया गया।
कार्यक्रम के मुख्य वक्ता विभाग प्रचारक अमित ने कहा कि शिक्षक ही समाज की दिशा और दशा को तय करता है। देश को प्रगति के मार्ग में ले जाने में शिक्षकों का बहुत ही बड़ा योगदान है। उन्होंने कहा कि वर्तमान में गुरु को सबसे बड़ा प्रणाम वही है होगा कि हम लोग उनके वचन को भी माने।
विभाग प्रचारक ने कहा कि वर्तमान में हम लोगों की शिक्षा व्यवस्था अंग्रेजी माध्यम की तरफ पूरी तरह से झुक चुकी है। हम अपने बच्चे को जबरदस्ती उस शिक्षा की तरफ धकेल रहे हैं। वर्तमान की शिक्षा व्यवस्था में कोई भी अपने वेदों को बच्चों को नहीं सिखाना चाहता है। उन्होंने कहा वर्तमान में हर कोई नौकरी की तरफ भाग रहा है। कोई भी अपने बच्चे को मालिक बनाने की तरफ नहीं कदम बढ़ा रहा है।
उन्होंने कहा कि भविष्य में शिक्षा व्यवस्था में बहुत ही बदलाव होने वाला है। वोकेशनल शिक्षा व्यवस्था की तरफ कदम बढ़ाएं जाएंगे। नई शिक्षा नीति पर चर्चा करते हुए उन्होंने कहा कि भविष्य में मातृभाषा में बच्चों को पढ़ाई कराई जाएंगी।
तीन भाषाओं में पढ़ाई कराने की तैयारी होने वाली है। उन्होंने वेद का ज्ञान करके दुनिया में सबसे अधिक रुपया कमाने वाले वास्तुकार दीपक कुमार, बाबा रामदेव और मैथिली ठाकुर का दिया। उन्होंने कहा कि मैथिली ठाकुर के पिता ने अपनी बेटी को 13 साल की उम्र में ही संगीत की दुनिया में ही आगे बढ़ाने का काम किया और उस बिटिया ने मातृभाषा में ही गाकर देश और दुनिया में नाम आगे बढ़ाया है।
विशिष्ट अतिथि राष्ट्रीय शैक्षिक महासंघ के प्रदेश अध्यक्ष शिवशंकर सिंह ने कहा कि वर्तमान में शिक्षा क्षेत्र में बहुत ही बदलाव देखने को मिल रहे हैं। उन्होंने कहा कि आरएसएम सदैव ही शिक्षकों के हित की बात करता रहा है। हम लोग काम पर विश्वास रखते हैं। उन्होंने कहा कि वर्तमान में शिक्षकों की समस्याओं को हल कराने पर अधिक से अधिक जोर दिया जा रहा है।
सरप्लस शिक्षकों को ऐच्छिक विद्यालयों में तैनाती देने के बाद अब विषय की मैपिंग करते हुए शिक्षकों को तैनाती देने की तैयारी की जा रही है। सरप्लस प्रधानाध्यापकों पर उन्होंने कहा कि उन्हें घबराने की जरूरत नहीं है। ऐसे प्रधानाध्यापकों के साथ में किसी भी प्रकार का अहित नहीं होने दिया जाएगा। संगठन उनके साथ में किसी भी प्रकार का अन्याय नहीं होने देगा।
जिला पंचायत अध्यक्ष रंजना चौधरी ने कहा कि युवाओं में उनका कर्तव्य अगर कोई सही तरीके से बता सकता है तो वह गुरु हैं। गुरु ही समाज का आइना हैं। उन्होंने कहा कि पूरे राष्ट्र को उन्नति की राह पर पहुँचाने में शिक्षकों का बहुत बड़ा योगदान है। उनके योगदान को बिल्कुल भी भुलाया नहीं जा सकता है।
इस मौके पर प्रचारक की तरफ से प्राथमिक विद्यालय दौतरा के इंचार्ज प्रधानाध्यापक आशीष प्रताप सिंह को सम्मानित किया गया। कार्यक्रम में सरस्वती वंदना व स्वागत गीत शिक्षक अमित श्रीवास्तव की तरफ से प्रस्तुत किया गया। कार्यक्रम का संचालन जिला महामंत्री संजय कनौजिया ने किया।
इस मौके जिलाध्यक्ष वीरेंद्र सिंह, संगठन मंत्री मधुकर सिंह, प्रतिमा सिंह, शशि देवी, जयकरन, हरिमोहन यादव, आनंद सिंह, बृजेन्द्र कुमार, पंकज सिंह, अनूप सिंह, दिनेश सिंह, रामेश्वर प्रसाद, रामभरत राजभर, वेद प्रकाश यादव, अजय सिंह, रणविजय सिंह गंगापारी, उमेश, सन्तन, प्रतिमा सिंह, अजयशंकर शुक्ला, धीरज श्रीवास्तव, सतीश गौतम सहित सैकड़ों शिक्षक मौजूद रहे।