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रिद्धि मिश्रा की सफलता की कहानी: IAS बनने का सपना, 97.8% हासिल कर बढ़ाया परिवार और स्कूल का मान

CBSE Result 2025

Lucknow: लखनऊ पब्लिक स्कूल साउथ सिटी (सी. पी. सिंह फाउंडेशन) की छात्रा रिद्धि मिश्रा ने सीबीएसई बोर्ड परीक्षा 2025 (CBSE Result 2025)  में 97.8% अंक प्राप्त कर अपनी मेहनत और समर्पण का शानदार परिणाम दिया है। भविष्य में रिद्धि का लक्ष्य IAS बनकर समाज में सकारात्मक बदलाव लाना है। उनका मानना है कि समाज सेवा के माध्यम से वह अपनी शिक्षा को और भी सार्थक बना सकती हैं। इस सफलता में उनके परिवार, विद्यालय और उनके शिक्षकों का अहम योगदान रहा है।

शानदार परिणाम और भविष्य की दिशा

रिद्धि ने अंग्रेजी में 98, राजनीति विज्ञान में 98, भूगोल में 98, लाइब्रेरी साइंसेज में 98, और अर्थशास्त्र में 97 अंक प्राप्त किए। यह शानदार परिणाम उनके निरंतर प्रयासों का परिणाम है। उनका मानना है कि यह सिर्फ एक शुरुआत है और उनका असली लक्ष्य IAS अधिकारी बनना है, ताकि वह समाज के लिए कुछ महत्वपूर्ण कर सकें।

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पारिवारिक पृष्ठभूमि और सहयोग

रिद्धि के परिवार में उनके पिता एक प्राइवेट कंपनी में कोऑर्डिनेटर हैं, और उनकी माता एक ब्यूटीशियन और एनजीओ में कार्यरत हैं। उनका परिवार हमेशा उनके साथ खड़ा रहा और उनके सपनों को सच करने के लिए प्रेरित किया। रिद्धि कहती हैं, “मेरे माता-पिता ने हमेशा मुझे शिक्षा के प्रति प्रेरित किया और मेरे कठिन समय में मुझे सच्चे मार्ग पर चलने की सलाह दी।”

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सफलता का सूत्र: समय प्रबंधन और मेहनत

रिद्धि का मानना है कि सफलता का राज सही समय प्रबंधन और नियमित मेहनत में है। उन्होंने अपनी सफलता को व्यवस्थित समय-सारणी और हर दिन 6-7 घंटे आत्म-अध्यान (self-study) देने के साथ जोड़ा। वह कहती हैं, “मेरे लिए सबसे महत्वपूर्ण था कि मैं अपनी पढ़ाई को सही तरीके से नियोजित करूं और हर परीक्षा से पहले अपनी पूरी तैयारी के साथ जाऊं।”

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विद्यालय और शिक्षकों का मार्गदर्शन

रिद्धि की सफलता में उनके विद्यालय और शिक्षकों का भी बड़ा हाथ है। “मेरे शिक्षकों ने हमेशा मुझे विश्वास दिया और मुझे कठिनाइयों को पार करने में मदद की। प्री-बोर्ड और मासिक टेस्ट ने मुझे अपनी कमजोरियों को पहचानने और सुधारने का अवसर दिया।” विद्यालय के द्वारा दिए गए प्रश्नपत्र और मॉक टेस्ट्स ने भी उन्हें बोर्ड परीक्षा के लिए तैयार किया।

तनाव और मानसिक संतुलन: नृत्य और संगीत से मिली शांति

रिद्धि मानती हैं कि मानसिक संतुलन बनाए रखना भी उतना ही जरूरी है जितना कि पढ़ाई। वह बताती हैं, “परीक्षा की तैयारी के दौरान, जब भी मैं तनाव महसूस करती थी, तो मैं संगीत सुनती और नृत्य करती थी। इससे मुझे राहत मिलती थी और फिर से मैं पूरे मन से पढ़ाई में लग जाती थी।”

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प्रेरणा स्रोत: नाना जी और भविष्य की योजना

रिद्धि के लिए उनके नाना जी सबसे बड़े प्रेरणा स्रोत हैं। वह हमेशा समाज के प्रति अपने कर्तव्यों को समझते हुए जीने की प्रेरणा देती थीं। रिद्धि ने बताया, “मेरे नाना जी ने मुझे हमेशा समाज सेवा की अहमियत समझाई और मुझे प्रेरित किया कि मैं अपनी शिक्षा का सही उपयोग समाज के भले के लिए करूं।” रिद्धि का सपना है कि वह IAS अधिकारी बनें और समाज में बदलाव लाने में योगदान दें।

जूनियर छात्रों को संदेश: सफलता के लिए मेहनत और आत्मविश्वास जरूरी

रिद्धि अपने जूनियर छात्रों को यह सलाह देती हैं, “आपको हमेशा खुद पर विश्वास रखना चाहिए और कठिनाइयों से घबराना नहीं चाहिए। आपकी मेहनत ही आपकी सफलता का मार्ग तय करती है। सफलता के लिए नियमित अभ्यास और सही मानसिकता बहुत जरूरी है।”
रिद्धि मिश्रा की कहानी उन सभी विद्यार्थियों के लिए एक प्रेरणा है जो अपने लक्ष्य को पाने के लिए कठिन मेहनत और संघर्ष करते हैं। उनके परिवार का सहयोग, विद्यालय का मार्गदर्शन और उनकी खुद की प्रेरणा उन्हें इस मुकाम तक ले आई है। रिद्धि का भविष्य उज्जवल है और वह आने वाले समय में एक प्रेरणास्त्रोत बनकर समाज में बदलाव लाने का सपना देख रही हैं।

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