प्राथमिक स्कूल बंद होने से गरीब की बेटियां शिक्षा से रह जाएंगी वंचित : राम विलास यादव
कम छात्र संख्या वाले विद्यालयों के मर्जर के खिलाफ स्वराज इंडिया पार्टी का मुख्य मंत्री को ज्ञापन

RAEBARELI: उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा कम छात्र संख्या वाले परिषदीय विद्यालयों को बंद कर अन्य विद्यालयों में मर्ज किए जाने की योजना का ग्रामीण क्षेत्रों में विरोध शुरू हो गया है। स्वराज इंडिया पार्टी ने इस फैसले को गरीब, किसान और मजदूर विरोधी करार देते हुए मुख्यमंत्री को ज्ञापन सौंपा है। पार्टी नेताओं का कहना है कि इस कदम से शिक्षा व्यवस्था कमजोर होगी, बेटियों की पढ़ाई पर असर पड़ेगा और शिक्षा का व्यवसायीकरण तेज़ी से बढ़ेगा।
स्वराज इंडिया पार्टी के जिलाध्यक्ष राम विलास यादव ने कहा कि आए दिन बेटियों के साथ अपराध होने की घटनाएं प्रकाश में आती है ऐसे में यदि विद्यालय घर से दूर हो जाएँगे तो बेटियों के साथ अपराध की घटना होने की सम्भावना बढ़ सकती है | विद्यालय दूर हो जाने की दशा में अभिवावको के मन में बेटियों के साथ अपराध की आशंका रहेगी और तब अभिवावक बेटियों की शिक्षा बंद करवा सकते है और परिणाम स्वरुप ग्रामीण क्षेत्र की बेटियां शिक्षा से वंचित हो जाएँगी।
यह भी पढ़ें: अभिभावकों को बहका रहे अधिकारी, शिक्षकों पर बना रहे दबावः वीरेंद्र सिंह
पार्टी के प्रांतीय नेता पुष्कर पाल ने कहा कि सरकारी विद्यालयों में पढ़ने वालों छात्रों के अभिवावक खेती या दिहाड़ी मजदूरी करते है, विद्यालय दूर हो जाने की दशा में इन अभिवावकों के पास अपने बच्चों को स्कूल लेने या छोड़ने जाने का समय नहीं रहेगा।
यह भी पढ़ें: विद्यालयों का मर्जर ही बेसिक शिक्षा की बड़ी ‘मर्ज’: विजय बंधु
यदि ये अपने बच्चों को स्कूल लेने और छोड़ने जाएँगे तब ये खेती या मजदूरी नहीं कर पाएंगे। परिणाम स्वरुप ये अभिवावक बच्चों की पढ़ाई बंद कराकर उन्हें घर पर बिठा देंगे या मजदूरी में लगा देंगे। साथ ही यदि सरकारी स्कूल बंद होंगे तब प्राइवेट विद्यालयों की मन मानी बढ़ जाएगी जिससे शिक्षा का व्यवसायी करण हो जाएगा।
यह भी पढ़ें: आरटीई एक्ट के खिलाफ है विद्यालयों का मर्जर: वीरेंद्र सिंह
इसलिए सरकार को इस गरीब व मजदूर विरोधी फैसले को वापस लेना चाहिए | ज्ञापन देने में संजय कुमार राष्ट्रीय कार्यकारिणी सदस्य जय किसान आंदोलन, राकेश सिंह, प्रदेश कोषाध्यक्ष स्वराज इंडिया पार्टी शिव प्रताप मौर्य जिला अध्यक्ष जय किसान आंदोलन रायबरेली, संजय यादव, रेखा, गौरी, पूजा, हसमत, सुनीता, औसाना, प्रीतम, शिवशंकर, अवनीश, अखिलेश श्रीवास्तव, ऋषभ, ब्रजेश, रवी मौर्य, धनंजय साहू, धीरज कुमार, संतराम आदि सैकड़ों लोग उपस्थित रहे।