दवाओं के साथ अच्छा पोषण टीबी रोगियों को बनाता है स्वस्थ: डॉ. सूर्यकान्त

LUCKNOW: विमेन्स आर्मी ट्रस्ट संस्था के सात वर्ष पूर्ण होने के उपलक्ष्य में, केजीएमयू के रेस्पिरेटरी मेडिसिन विभाग में कार्यरत निक्षय मित्र सत्येंद्र कुमार के सहयोग से, विभागाध्यक्ष डॉ. सूर्यकान्त की अध्यक्षता में पांच टीबी रोगियों को संस्था द्वारा गोद लिया गया। साथ ही, सत्येंद्र कुमार ने एक अतिरिक्त टीबी रोगी को व्यक्तिगत रूप से गोद लिया।
सत्येंद्र कुमार ने बताया कि टीबी रोगियों के बेहतर स्वास्थ्य के लिए संस्था द्वारा निरंतर कार्य किया जाता रहेगा। इस अवसर पर सभी रोगियों को “पोषण पोटली” प्रदान की गई, जिसमें प्रोटीन युक्त अनाज, फल आदि शामिल थे।
“सेंटर ऑफ एक्सीलेंस” फॉर ड्रग रेसिस्टेंट टीबी के संस्थापक प्रभारी डॉ. सूर्यकान्त ने कार्यक्रम के दौरान बताया कि कुपोषण, टीबी रोग के विकास का एक प्रमुख कारण है। इसी कारण सरकार टीबी उपचार के दौरान रोगियों को प्रति माह ₹1000 की धनराशि प्रदान करती है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री के “टीबी मुक्त भारत” के संकल्प को साकार करने हेतु सभी लोगों को निक्षय मित्र बनकर टीबी रोगियों को गोद लेना चाहिए।
डॉ. सूर्यकान्त ने यह भी कहा कि रोगियों को पोषण पोटली प्रदान कर उन्हें कुपोषण से दूर रखना चाहिए, जिससे उनकी रोग प्रतिरोधक क्षमता (इम्यूनिटी) बढ़े। क्योंकि दवाओं के साथ अच्छा पोषण टीबी रोगियों को शीघ्र स्वस्थ करने में सहायक होता है।
कार्यक्रम में डॉ. अजय कुमार वर्मा, सत्येंद्र कुमार, आरएनटीसीपी से मिश्रा, विजेंद्र के साथ विमेन्स आर्मी ट्रस्ट की मैनेजिंग ट्रस्टी रश्मि सिंह, रुचि रस्तोगी, एकता खत्री, मंजीत कौर, समाजसेवी मनोज चौहान तथा विमेन्स आर्मी टीम के सदस्य उपस्थित रहे।