स्वास्थ्य

सर्दियों के मौसम में अपने पेट्स का रखे विशेष खयाल : डॉ कुमार मंगलम

मौसम की स्थितियों में होने वाले आकस्मिक परिवर्तन, घटते तापमान और सर्दी के अन्य खतरे मानव स्वास्थ्य की तरह ही आपके पेट्स के स्वास्थ्य के लिए खतरे पैदा कर सकते हैं। वैसे तो सभी पेट लवर्स अपने पेट्स की देखभाल एक बच्चे की तरह करते हैं, लेकिन ठंड में किस तरह पेट्स जैसे डॉग्स व कैट्स का उचित ख्याल एवं प्रबंधन किया जाए, ये जानना भी जरूरी है।

लखनऊ स्थित मंगलम पेट्स क्लीनिक के वेटनरी चिकित्सक डॉ. कुमार मंगलम ने बताया कि सर्दियों के मौसम में जिस तरह हमारी सेहत प्रभावित होती है, ठीक उसी तरह से घर के पालतू जानवरों को भी कुछ समस्याएं होती है। सभी पालतू जानवरों को ठंड लगती है, चाहे वह कुत्ता ,बिल्ली, पक्षी हो या खरगोश उनके खान पान और रख रखाव का उचित प्रबंधन होना अति आवश्यक है। सर्दी के मौसम में पालतू जानवरों को गर्मी के अपेक्षा संतुलित पोषण वाले ज्यादा आहार दीजिए क्योंकि सर्दी के दिनों में डॉग्स को गर्मी के मुकाबले 25 प्रतिशत ज्यादा ऊर्जा की आवश्यकता हो सकती है।

ठंडी चीजें खिलाना बंद कर दें। जैसे दही, चावल आदि न दें। उसे ऐसी चीजें खाने को दें, जो उसे गर्मी और ज्यादा से ज्यादा ऊर्जा दें। ठंड के दिनों में डॉग्स का वजन बढ़ता है। डॉग्स के शरीर का वजन, हेयर कोटस, कुत्ते की लम्बाई और शरीर पर मौजूद फैट्स /वसा और कुत्तों के शारीरिक परिश्रम के अनुसार लगभग ९० % तक ज्यादा कैलोरी की खपत बढ़ जाती है, इसलिए उनके व्यायाम का भी ख्याल रखना पड़ता है।

व्यायाम और टहलना उन्हें ऊर्जा प्रदान करेगा। कुत्ते के व्यायाम के लिए सबसे अच्छा तकरीबन 32 से 70 डिग्री फेरनहाइट के बीच का तापमान होता है, परन्तु अधिक समय के लिए नही। वहीं छोटे कुत्तों को बहुत अधिक ठंड में बाहर निकालना उचित नही होता है , मध्यम या बड़े आकार के कुत्ते को सिर्फ 30 मिनट के लिए ही बाहर रख सकते है।

पानी के बारे में महत्वपूर्ण जानकारी देते हुए डा मंगलम ने बताया कि आप सर्दी में डॉग्स को गुनगुना पानी दे सकतें हैं क्योंकि सर्दियों के दिनों में पेट्स पर्याप्त मात्रा में पानी नहीं पीते हैं, इससे उन्हें सर्दी लगने का खतरा ज्यादा रहता है। हर 2 से 3 घंटे पर उनके पानी को बदलते रहना चाहिए। सर्दियों के दिनों में डॉग्स को स्नान से अच्छा है ड्राई वाश करे ये गुनगुने पानी मे नीम की कुछ पत्तियां डाल कर उससे कपड़े से डॉग्स को वाश कर दे। गीले या ठंडे मौसम में कुत्ते हाइपोथर्मिक हो सकते हैं और अगर कुत्ते ऐसी जगह पर रहते हैं जहां बर्फ पड़ती है तो उन्हें फ्रोस्टबाइट भी हो सकता है।

सर्दियों के दौरान पेट्स को ठंडे फर्श पर न सोने देना सबसे अच्छा है। लंबे समय तक ठंडे फर्श के संपर्क में रहने से वे बीमार हो सकते निमोनिया, हाइपोथर्मिक, डिस्पेनिया ऑब्सट्रक्टिव पल्मोनरी डिजीज अत्यधिक उम्र वाले डॉग्स को जोड़ो के दर्द खास कर गठिया, कूल्हे के जोड़ का दर्द हो सकता है इसलिए उनके लिए आप चाहें तो कुत्ते के बिस्तर पर मोटा कंबल भी बिछा सकते हैं। इस से न सिर्फ उन्हें अतिरिक्त गर्मी के साथ ही जोड़ों के दर्द में भी थोड़ा राहत मिलेगा। सर्दी के दिनों में पेट्स के ग्रूमिंग हेयर कटिंग से बचना चाहिए । अपने पशु चिकित्सक से पेट्स की निरंतर जाँच करवाते रहना चाहिए।

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