4 चिकित्साधिकारी और 1 डाटा एंट्री ऑपरेटर बर्खास्त 6 अन्य चिकित्सकों पर भी कार्रवाई
उपमुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक के निर्देश पर हुई कार्रवाई

Lucknow: चार चिकित्साधिकारी और 1 डाटा एंट्री ऑपरेटर को सेवा से बर्खास्त कर दिया गया है। यह कार्रवाई प्रदेश के उपमुख्यमंत्री और स्वास्थ्य मंत्री ब्रजेश पाठक के निर्देश पर की गयी। बर्खास्त किये गये लोगों पर अपने कार्यों के प्रति गम्भीर लापरवाही बरतने के गम्भीर आरोप पाये गये।
बर्खास्त हुए चिकित्साधिकारी
ऩीलमथा अबर्न पीएचसी की डॉ. शिल्पी गुप्ता
कल्लन खेड़ा अर्बन आयुष्मान मंदिर की डॉ. कीर्ति राय
चिकित्साधिकारी, चौपटिया अर्बन आयुष्मान आरोग्य मंदिर के डॉ. मोहसिन रजा
कटरा विजनवेग के डॉ. मुस्तकुल आफरीन कुरैशी
इसके अलावा क्षय रोग अधिकारी कार्यालय में कार्यरत एक डाटा एंट्री ऑपरेटर सरिता कुमारी को भी अपने पदीय दायित्वों के निर्वहन में घोर लापरवाही बरतने पर सेवा से हटा दिया गया है।
आरोप है कि चिकित्साधिकारी लंबे समय से अनाधिकृत रूप से ड्यूटी से अनुपस्थित थे। उन्होंने इसके लिए न तो कोई पूर्व सूचना दी, न ही उच्चाधिकारियों से अनुमति ली। यह कार्य न केवल सेवा नियमों का उल्लंघन है, बल्कि आमजन के स्वास्थ्य अधिकारों के साथ भी सीधा खिलवाड़ है।
वहीं डाटा एंट्री ऑपरेटर के विरुद्ध यह आरोप पाया गया कि वह नियमित रूप से कार्य में लापरवाही बरत रहा था, जिससे क्षय रोग नियंत्रण कार्यक्रम के आंकड़ों और कार्यप्रणाली पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ रहा था।
6 अन्य चिकित्सकों पर भी कार्रवाई
हाथरस में एनस्थीसिया विशेषज्ञ डॉ. शालिनी गुप्ता, त्वचा रोग विशेषज्ञ डॉ. मीनल अग्रवाल की अनुशासनहीनता और बिना बताए गैरहाजिर रहने की शिकायत हुई थी। शिकायत के आधार पर जून 2023 में चिकित्सकों को निलंबित कर दिया गया था। विभागीय जांच के आदेश दिए गए थे। जांच में आरोप सही पाए गए। दोनों डॉक्टरों को सेवा से बर्खास्त करने के निर्देश डिप्टी सीएम द्वारा जारी किए गए हैं।
बरेली में सीएमओ के अधीन डॉ. पुनीत मेहरोत्रा, हाथरस में महौ सीएचसी के डॉ. आदित्य श्रीवास, बरेली में महिला चिकित्सालय की डॉ. अर्चना सिंह को बर्खास्त करने की कार्रवाई शुरू कर दी गई है। सिद्वार्थनगर में मुख्य चिकित्साधिकारी के अधीन तैनात डॉ. आजाद को नोटिस देकर बर्खास्त करने के निर्देश दिए गए हैं। वहीं, चंदौली के जिला चिकित्सालय में तैनात डॉ. अशोक कुमार पर महिला कर्मियों से अभद्रता व मनमानी करने के आरोप लगे हैं।
शिकायत पर डिप्टी सीएम ने डॉ. अशोक का तबादला बलिया में कर दिया। साथ ही विभागीय कार्रवाई के भी निर्देश दिए हैं। इन डॉक्टरों को कई बार नोटिस भी दी गई थी। लेकिन जवाब नहीं दिया।
इस संबंध में उपमुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक ने स्पष्ट रूप से कहा कि प्रदेश सरकार किसी भी स्तर पर लापरवाही बर्दाश्त नहीं करेगी, विशेष रूप से जब बात जनता की स्वास्थ्य सेवाओं की हो। चिकित्सा सेवा एक जिम्मेदारी है, कोई नौकरी मात्र नहीं। जो अधिकारी अपने कर्तव्यों का पालन नहीं करेंगे, उनके विरुद्ध कड़ी से कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
मालूम हो कि स्वास्थ्य विभाग को लगातार शिकायतें मिल रही थीं कि कुछ चिकित्साधिकारी अपने कार्यस्थलों पर उपस्थित नहीं रहते, जिससे स्थानीय नागरिकों को इलाज के लिए परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। जांच में आरोपों की पुष्टि होने के बाद यह सख्त निर्णय लिया गया। स्वास्थ्य विभाग द्वारा इस कार्रवाई को एक चेतावनी के रूप में देखा जा रहा है, जो यह संदेश देती है कि स्वास्थ्य सेवाओं में कोताही करने वाले किसी भी अधिकारी को बख्शा नहीं जाएगा।