अम्बेडकरनगर की बेटी अनन्या को अखिलेश ने दी एक लाख की सहायता

लखनऊ: समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने अतिक्रमण विरोधी कार्रवाई के दौरान अंबेडकर नगर में जलते हुए छप्पर से अपना स्कूल बैग निकालकर बहादुरी का परिचय देने वाली बच्ची अनन्या को एक लाख रुपये की आर्थिक सहायता प्रदान की है।
शनिवार को लखनऊ में आयोजित एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में अखिलेश यादव ने अनन्या और उसके परिवार से मुलाकात की और उसकी पोस्ट ग्रेजुएशन तक की शिक्षा का खर्च उठाने की घोषणा की।
अखिलेश ने कहा “मैं कहूंगा सरकार से कि अनन्या बेटी को और उसके परिवार को जीरो पावर्टी योजना से जोड़ दें। उस बेटी और उसके गांव में जितने गरीब लोग हैं उन्हें प्रधानमंत्री आवास देना चाहिए। “
गौरतलब है कि 24 मार्च को अंबेडकर नगर के अर्जीपुर गांव में अतिक्रमण हटाने की कार्रवाई के दौरान अनन्या का एक वीडियो वायरल हुआ था। इस वीडियो में वह जलते हुए छप्पर के अंदर से अपना स्कूल बैग निकालकर उसे सीने से चिपकाए हुए भागती दिख रही थी। इस घटना का संज्ञान सुप्रीम कोर्ट ने भी लिया था।
उत्तर प्रदेश में बुलडोजर कार्रवाई से संबंधित एक याचिका पर सुनवाई करते हुए जस्टिस उज्जल भुयां ने इस घटना को हृदयविदारक बताया था। उन्होंने कहा था कि एक तरफ अतिक्रमण विरोधी अभियान में झोपड़ियां तोड़ी जा रही थीं, वहीं दूसरी तरफ एक आठ साल की बच्ची अपनी किताबें बचाने के लिए दौड़ रही थी, जिसने सबकी अंतरात्मा को झकझोर दिया।
प्रेस कॉन्फ्रेंस में अखिलेश यादव ने प्रदेश सरकार पर जमकर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) का 80-20 का नारा अब नहीं चल रहा है और अब स्थिति 90-10 की हो गई है, जिसमें भाजपा केवल 10 प्रतिशत पर सिमटती दिख रही है। उन्होंने उत्तर प्रदेश में कानून व्यवस्था की स्थिति को भी खराब बताया और सरकार की जीरो टॉलरेंस नीति को विफल करार दिया।
अखिलेश यादव ने एक आईएएस अधिकारी पर भ्रष्टाचार के आरोप लगाते हुए कहा कि वह मुख्यमंत्री आवास में छिपे हुए हैं, जबकि सरकार उन्हें ढूंढने में नाकाम है। उन्होंने महाकुंभ के दौरान श्रद्धालुओं की मौतों और लापता लोगों के आंकड़ों को सार्वजनिक न करने पर भी सरकार की आलोचना की और आरोप लगाया कि पीड़ितों के परिवारों को संतुष्ट करने के लिए काले धन का इस्तेमाल किया जा रहा है।
भूमाफियागिरी के मुद्दे पर बोलते हुए अखिलेश यादव ने भाजपा को सबसे बड़ी भूमाफिया पार्टी बताया और गोरखपुर तथा अयोध्या में सबसे ज्यादा सरकारी जमीनों पर कब्जे का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि जमीन को लेकर गोरखपुर में हाल ही में गोली चलने की घटना हुई है और सुप्रीम कोर्ट तथा हाईकोर्ट भी बुलडोजर की कार्रवाई को अमानवीय बता चुके हैं।
इस प्रकार, अखिलेश यादव ने न केवल अनन्या की बहादुरी की सराहना करते हुए उसे आर्थिक सहायता प्रदान की, बल्कि प्रदेश सरकार की नीतियों और कानून व्यवस्था पर भी कड़े सवाल उठाए।