नई दिल्ली: दुनिया की जानी मानी स्मार्टफोन निर्माता कंपनी Apple ने अपने हैंडसेट में सरकारी साइबर सुरक्षा ऐप ‘संचार साथी’ (Sanchar Saathi) को इंस्टाल करने से साफ इनकार किया है। एप्पल ने इस आदेश को अपने यूजर्स की निजता (Privacy) और सुरक्षा के लिए बड़ा खतरा बताया है। गौरतलब है कि भारत सरकार ने आदेश दिया था कि 2026 से बनने वाले सभी मोबाइल फोन में सरकारी साइबर सुरक्षा ऐप ‘संचार साथी’ (Sanchar Saathi) को इंस्टाल (Pre-load) करना अनिवार्य होगा।
क्या है पूरा मामला?
हाल ही में भारत सरकार के दूरसंचार विभाग (DoT) ने स्मार्टफोन निर्माताओं के लिए एक नया निर्देश जारी किया था। रिपोर्ट्स के अनुसार, 28 नवंबर 2025 के इस आदेश में कंपनियों को निर्देश दिया गया था कि वे अगले 90 दिनों के भीतर अपने सभी नए स्मार्टफोन्स में ‘संचार साथी’ ऐप को प्री-इंस्टॉल करें।
इतना ही नहीं, आदेश में यह भी कहा गया था कि इस ऐप को अनइंस्टॉल (Delete) करने का विकल्प यूजर्स के पास नहीं होना चाहिए और पुराने फोन्स में भी इसे सॉफ्टवेयर अपडेट के जरिए पहुंचाया जाए।
Apple का कड़ा रुख: “सुरक्षा से समझौता नहीं”
सूत्रों के मुताबिक, Apple ने सरकार को सूचित किया है कि वह इस आदेश का पालन नहीं करेगा। कंपनी का तर्क है कि वह दुनिया के किसी भी देश में ऐसे आदेशों का पालन नहीं करती है जो उसके iOS इकोसिस्टम की सुरक्षा (Security) और यूजर्स की प्राइवेसी के साथ समझौता करते हों।
Apple के एक अधिकारी ने नाम न छापने की शर्त पर बताया कि इस तरह की अनिवार्यता “स्लेजहैमर (हथौड़े) के बजाय दो-नाली वाली बंदूक” की तरह है, जो सिस्टम को हैकर्स और बाहरी खतरों के लिए कमजोर बना सकती है।
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सरकार की सफाई: “ऐप स्वैच्छिक है”
विवाद बढ़ता देख केंद्रीय दूरसंचार मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने सफाई दी है। उन्होंने कहा कि ‘संचार साथी’ ऐप पूरी तरह से यूजर्स की सुरक्षा के लिए है और यह अनिवार्य नहीं बल्कि स्वैच्छिक (Voluntary) है।
सिंधिया ने कहा, “अगर यूजर्स चाहें तो इस ऐप को डिलीट कर सकते हैं। हमारा उद्देश्य केवल लोगों को साइबर फ्रॉड से बचाना है।” हालांकि, यह बयान उस लिखित आदेश से अलग है जिसमें ऐप को ‘न हटाए जाने योग्य’ (Non-deletable) बनाने की बात कही गई थी।
विपक्ष ने कहा “बिग ब्रदर जासूसी कर रहा है”
इस मुद्दे पर राजनीति भी गरमा गई है। कांग्रेस और अन्य विपक्षी दलों ने इसे “जासूसी का नया औजार” करार दिया है। कांग्रेस नेता के.सी. वेणुगोपाल ने सोशल मीडिया पर लिखा, “बिग ब्रदर (सरकार) हम पर नजर नहीं रख सकता। यह निजता के अधिकार का हनन है।”
Sanchar Saathi App क्या है?
‘संचार साथी’ भारत सरकार द्वारा लॉन्च किया गया एक पोर्टल और ऐप है जिसका मुख्य उद्देश्य मोबाइल यूजर्स को साइबर धोखाधड़ी से बचाना है। इसकी मदद से आप:
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चोरी या खोए हुए मोबाइल को ब्लॉक और ट्रैक कर सकते हैं।
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यह जान सकते हैं कि आपके नाम पर कितने सिम कार्ड चल रहे हैं।
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मोबाइल के IMEI नंबर की जांच कर सकते हैं।
मामले में अभी तक सैमसंग (Samsung), शाओमी (Xiaomi) और भारतीय मोबाइल फोन निर्माता कंपनियों ने अभी तक अपना रुख स्पष्ट नहीं किया है।

