नौंवी फेल ने 70 दिन में 2 लाख 70 हजार नौकरियां बांटी !

बिहार के लाल और डिप्टी चीफ मिनिस्टर तेजस्वी यादव को मोदी भक्त नौंवी फेल कहकर चिढ़ाते हैं उन्हीं तेजस्वी ने बिहार में युवाओं को सरकारी नौकरी देने का इतिहास रच दिया। पूर्व मुख्यमंत्री लालू प्रसाद और राबड़ी देवी के इस नौंवी फेल पुत्र तेजस्वी यादव ने महज 70 दिनों में 2 लाख 70 हजार नौकरियां बांट कर की वादे को पूरा कर दिखाया है।
सोशल मीडिया प्लेटफार्म एक्स पर की गई पोस्ट में तेजस्वी यादव ने लिखा है कि संकल्प वो, जो जीते है जो कहते है, वो करते है। सबको बधाइयाँ। दिन- 𝟕𝟎 नियुक्तियाँ- 𝟐 लाख 𝟏𝟕 हजार विभाग – शिक्षा पद- शिक्षक हमारी सरकार ने प्रतिभा और पारदर्शिता के आधार पर BPSC के माध्यम से केवल शिक्षा विभाग में ही विगत 𝟕𝟎 दिनों में 𝟐,𝟏𝟕,𝟎𝟎𝟎 से अधिक नवनियुक्त शिक्षकों को नियुक्ति पत्र बाँटकर वर्ल्ड रिकॉर्ड बनाया है।
उन्होंने दूसरे राज्यों की सरकारोंं पर निशाना साधते हुए लिखा है कि काश! बाकी सरकारें भी बेरोजगारी रूपी दुश्मन को समाप्त कर लाखों युवक/युवतियों को सरकारी नौकरियां दे पाती। जब केंद्र में हमारी सरकार होगी तो चारों तरफ नौकरियाँ ही नौकरियाँ होंगी।
<blockquote class=”twitter-tweet”><p lang=”hi” dir=”ltr”>संकल्प वो, जो जीते है<br>जो कहते है, वो करते है।<br><br>सबको बधाइयाँ। <br><br>दिन- 𝟕𝟎<br>नियुक्तियाँ- 𝟐 लाख 𝟏𝟕 हजार<br>विभाग – शिक्षा<br>पद- शिक्षक<br><br>हमारी सरकार ने प्रतिभा और पारदर्शिता के आधार पर BPSC के माध्यम से केवल शिक्षा विभाग में ही विगत 𝟕𝟎 दिनों में 𝟐,𝟏𝟕,𝟎𝟎𝟎 से अधिक नवनियुक्त… <a href=”https://t.co/GYuSVSkrwT”>pic.twitter.com/GYuSVSkrwT</a></p>— Tejashwi Yadav (@yadavtejashwi) <a href=”https://twitter.com/yadavtejashwi/status/1746165780763263216?ref_src=twsrc%5Etfw”>January 13, 2024</a></blockquote> <script async src=”https://platform.twitter.com/widgets.js” charset=”utf-8″></script>
‘तेजस्वी’ के आगे बीजेपी फेल
बिहार की राजनीति में जिन तेजस्वी यादव को नौवीं फेल कहकर चिढ़ाया जाता है। ये सच्चाई है कि उन्होंने अपनी स्कूलिंग पूरी नहीं की। लेकिन फिलहाल वो सियासत के टॉपर हैं।
‘एक महीने के भीतर बंपर जॉब देंगे’
बिहार सरकार में अपनी दूसरी पारी की शुरुआत के साथ ही तेजस्वी ने ऐलान किया था कि वह एक महीने के भीतर सरकारी नौकरी देने जा रहे हैं और उन्होंने अपने वादे को पूरा करके दूसरे राज्योंं के सामने नजीर पेश की है। उन्होंने कहा कि सीएम नीतीश कुमार के साथ मिलकर वो दिन-रात काम करें गे। हमारी लड़ाई बेरोजगारी के खिलाफ रही है।
हमारे सीएम ने गरीबों और युवाओं का दर्द महसूस किया। हम गरीबों और युवाओं को एक महीने के भीतर बंपर जॉब देंगे। ये कुछ इतना बेहतर होगा कि ऐसा पहले कभी नहीं हुआ होगा।
क्रिकेट से राजनीति का रूख
‘युवा यादव वंशज’ ने एक बार फिर खुद को लालू का सही राजनीतिक उत्तराधिकारी साबित किया है। एक क्रिकेटर जो चार सीजन (2008-12) के लिए दिल्ली डेयरडेविल्स के साथ रहा। 2012 में जब वो राज्य का दौरा कर रहा था, तब उसे क्रिकेट के मैदान से बाहर कर दिया गया।
फिर वो क्रिकेट ग्राउंड से बिहार के पॉलिटिकल बैटलफील्ड में आ गया। सार्वजनिक स्वास्थ्य, शिक्षा, शराबबंदी, नौकरी, विकास उस अभियान के मुहावरे थे। जो बाद के सालों में भी आरजेडी के साथ बने रहे। ‘शराब नहीं किताब चाहिए, मधुशाला नहीं पाठशाला चाहिए’ जैसे नारे लगे।
अब वही तेजस्वी बिहार में युवाओं को रास्ता दिखाने का काम कर रहे हैं। जिस तेजी के साथ उन्होंने बिहार में युवाओं को नौकरियां दी हैं इससे बिहार में शिक्षा के स्तर में जरूर सुधार आएगा। इसका असर आगे कुछ सालों में दिखाई देने वाला है।