सड़क सुरक्षा उत्तर प्रदेश सरकार की प्रमुख प्राथमिकता: जितिन प्रसाद
सड़क दुर्घटना रोकने के लिए सड़क निर्माण में नवीनतम तकनीक का प्रयोग किया जायेगा, सड़क निर्माण के लिए बनाये जाने वाले इस्टीमेट में सड़क सुरक्षा से संबंधित कम्पोनेंट को शामिल करने के निर्देश

उत्तर प्रदेश लोक निर्माण मंत्री श्री जितिन प्रसाद ने कहा कि सड़क सुरक्षा सरकार की प्रमुख प्राथमिकताओं में है। सड़क दुर्घटनाओं को कम करने में लोक निर्माण विभाग की अहम भूमिका है। उन्होंने कहा कि महत्पूर्ण मार्गों पर एम्बुलेंस की व्यवस्था सुनिश्चित की जाये। अस्पतालों से समन्वय बनाकर रखा जाये, ताकि दुर्घटना होने पर घायलों को तत्काल अस्पताल में इलाज मिल सके और उनका जीवन बचाया जा सके।
श्री प्रसाद ने यह निर्देश आज लोक निर्माण विभाग में सड़क सुरक्षा के प्रति संवेदीकृत होने हेतु आयोजित दो दिवसीय कार्यशाला के शुभारंभ अवसर पर अधिकारियों को दिए। उन्होंने कहा कि सड़क दुर्घटनाओं के प्रमुख कारणों में ओवरस्पीडिंग, ओवरलोडिंग, वाहन सुरक्षा उपकरणों का प्रयोग न करना, खराब रोड इंजीनियरिंग तथा दोषपूर्ण सड़क सुरक्षा उपाय आदि है।
सर्वाधिक सड़क दुर्घटनाएं राष्ट्रीय राजमार्ग पर लगभग 34 प्रतिशत, राज्य राजमार्ग पर लगभग 29 प्रतिशत, एक्सप्रेस-वे पर 2 प्रतिशत एवं अन्य मार्गों पर 35 प्रतिशत हो रही है। सड़क निर्माण में नवीनत्म तकनीक का प्रयोग करके काफी हद तक दुर्घटनाओं को रोका जा सकता है।
लोक निर्माण मंत्री ने कहा कि दुर्घटनाओं के लिए सड़कों की डिजाइन फाल्ट दुर्घटना का बहुत बड़ा कारण है। इसको दूर करने के लिए सभी अभियंताओं को हर माह प्रशिक्षण दिया जाये। उन्होंने कहा कि सड़क निमार्ण हेतु बनाये जाने वाले इस्टीमेट में सड़क सुरक्षा से संबंधित कम्पोनेंट को अवश्य शामिल किया जाये। सड़कों पर स्पीड ब्रेकर और मार्किंग की अच्छी व्यवस्था होनी चाहिए। मानकों एवं गुणवत्ता में किसी भी प्रकार की कमी नहीं होनी चाहिए। सभी ब्लैक स्पाट को चिन्हित करें और अवैध कट भी बंद करायें। लापरवाही पाये जाने पर दोषियों के विरूद्ध कड़ी से कड़ी कार्रवाई की जाये।
तकनीकी सलाहकार, लोक निर्माण विभाग, श्री वी0के0सिंह ने बताया कि यातायात को सुरक्षित बनाये रखने के लिए मार्गों को गढ्ढा मुक्त किया जा रहा है। मार्गों के चिन्हित दुर्घटना बाहुल्य स्थलों (ब्लैक स्पॉट्स) पर अल्पकालिक एवं दीर्घकालिक सुधार कार्य कराये गये हैं। सभी विभागीय वाहनों के पीछे रेट्रो रिफ्लेक्टिव टेप लगाने का कार्य किया जा रहा है।
सड़कों से दृष्टि अवरोधी होर्डिंग्स को हटाकर अन्य स्थलों पर शिफ्ट कराया जा रहा है। मल्टीलेन मार्गों पर अनियोजित डिवाईडर ओपनिंग को बंद कराने का कार्य किया जा रहा है। मल्टीलेन मार्गों पर लेन मार्किंग, मार्गों पर रेट्रो रिफ्लेक्टिव रोड साईनेज, ट्रैफिक कॉमिंग मेजर्स यथा रिपीटेड बार / रम्बल स्ट्रिप / स्पीड टेबल / रफनिंग ऑफ रोटरी का कार्य कराया जा रहा है। साथ ही पैदल यात्रियों हेतु जेब्रा कॉसिंग, रोड मार्किंग भी कराई जा रही है।
प्रमुख अभियंता, लोक निर्माण श्री वी0के0 श्रीवास्तव ने बताया कि समस्त जनपदों में जिलाधिकारी की अध्यक्षता में जिला सड़क सुरक्षा समितियाँ गठित हैं। समिति की प्रतिमाह बैठक कराकर जनपदीय रोड सेफ्टी ऐक्शन प्लान तैयार कराते हुए सड़क सुरक्षा से सम्बन्धित बिन्दुओं को कियान्वित कराया जा रहा है। लो०नि०वि० के मार्गों पर कुल 1365 ब्लैक स्पॉट चिन्हित किये गये हैं।
इन ब्लैक स्पॉट्स पर सी०आर०आर०आई० दिल्ली, आई०आई०टी० दिल्ली एवं आई०आई०टी० बी०एच०यू० द्वारा रोड सेफ्टी ऑडिट रिपोर्ट प्राप्त करते हुए, सेफ्टी ऑडिट की संस्तुतियों के आधार पर समस्त ब्लैक स्पॉट्स का सुधारीकरण का कार्य पूर्ण किया गया है।
प्रमुख अभियंता, लोक निर्माण श्री ए0के अग्रवाल ने बताया कि विगत वर्षां में विभाग द्वारा ट्रैफिक कॉमिंग मेजर्स के अन्तर्गत कुल 33819 रम्बल स्ट्रिप / रिपीटेड बार / स्पीड टेबल का कार्य तथा विभिन्न मार्गों पर कुल 14701 गति नियंत्रण संकेतक व अन्य प्रकार के कुल 110098 सचेतक /सूचनात्मक साईन बोर्ड लगाये गये हैं।
मार्गस्थ सुविधाओं के अन्तर्गत 56 ट्रक ले बाई के निर्माण का कार्य पूर्ण हो चुका है। उन्होंने बताया कि जन जागरूकता अभियान के अन्तर्गत वर्तमान में राष्ट्रीय सड़क सुरक्षा माह दिनांक 15.01.2024 से दिनांक 14.02.2024 तक मनाते हुए लोक निर्माण विभाग द्वारा सड़क सुरक्षा के दृष्टिगत अपना योगदान दिया गया।
कार्यशाला में सभी जनपदों के अभियंता उपस्थित थे। साथ ही आईआईटी दिल्ली के सीनियर रिसर्च स्कॉलर श्री प्रवीण कुमार, ओआरएएफएल इण्डिया प्रा0लि0 के बिजनेस हेड श्री सुशांत पहलवान, रोड सेफ्टी आडिटर श्री स्वतंत्र कुमार आदि ने आनलॉइन जुड़कर सड़क सुरक्षा के उपायो से अभियंताओं को जागरूक किया।