राष्ट्रीय फलक पर उड़ान भरते बिहार (Bihar) के लाल

Patna: बात चाहे क्रिकेट के मैदान में गेंदबाजों के छक्के-छुड़ाने की हो या शिक्षा के मंदिर में राजनीति की पहली परीक्षा में झंडे गाड़ने की । पुलिस सेवा में जज्बे की या फिर आसमान में सफल उड़ान के दृढ़निश्चय की। सामान्य बोलचाल में यह बात आम है कि ऐसा कोई क्षेत्र नहीं है, जहाँ बिहार और उत्तर प्रदेश की युवा शक्ति अपनी प्रतिभा की अमिट छाप छोड़ने में माहिर न हो। बीते दो दिनों के ताजा घटनाक्रम इसका सजीव उदाहरण हैं। जी हाँ, बिहार के लाल राष्ट्रीय फलक पर लंबी उड़ान भरते नजर आ रहे हैं।
यहाँ बात हो रही है इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) के वर्तमान संस्करण में सबसे कम गेंदों पर शतक लगाने वाले पहले भारतीय वैभव सूर्यवंशी की, साथ ही प्रतिष्ठित शिक्षण संस्थान दिल्ली के जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय छात्र संघ (JNUSU) के नए अध्यक्ष चुने गए नीतीश कुमार यादव की । वहीं, बुधवार को बिहार के रहने वाले वरिष्ठ भारतीय पुलिस सेवा (IPS) अधिकारी देवेन भारती को मुंबई (महाराष्ट्र) का नया पुलिस आयुक्त और एयर मार्शल नर्मदेश्वर तिवारी को नया उप वायु सेना प्रमुख (Vice Chief of Air Staff) बनाया जाना भी इसकी तस्दीक करते हैं।
वैभव सूर्यवंशी
बिहार के समस्तीपुर जिले में जन्मे वैभव सूर्यवंशी एक 14 वर्षीय भारतीय क्रिकेटर हैं, जिन्होंने बीते 28 अप्रैल को आईपीएल 2025 में राजस्थान रॉयल्स के लिए खेलते हुए इतिहास रच दिया। वो गुजरात टाइटन्स के खिलाफ मात्र 35 गेंदों में शतक बनाकर पुरुषों के टी20 क्रिकेट में सबसे कम उम्र में शतक लगाने वाले खिलाड़ी बन गए। इस पारी में उन्होंने 11 छक्के और 7 चौके लगाए, जिससे उनकी टीम ने 209 रनों का लक्ष्य 8 विकेट से हासिल किया। वैभव सूर्यवंशी की यह उपलब्धियाँ भारतीय क्रिकेट के भविष्य के लिए आशाजनक संकेत हैं। उनकी मेहनत और समर्पण युवा खिलाड़ियों के लिए प्रेरणा स्रोत हैं।

प्रारंभिक जीवन और संघर्ष :
वैभव का जन्म 27 मार्च 2011 को बिहार के समस्तीपुर जिले के मोतीपुर गांव में हुआ था। उन्होंने 4 साल की उम्र में क्रिकेट खेलना शुरू किया और 9 साल की उम्र में समस्तीपुर की एक क्रिकेट अकादमी से जुड़ गए। उनके पिता ने उनका क्रिकेट सपना पूरा करने के लिए अपनी नौकरी छोड़ दी, और उनकी मां रोज़ाना केवल 3 घंटे की नींद लेकर उनका समर्थन करती थीं।
प्रमुख उपलब्धियाँ
- 12 साल की उम्र में रणजी ट्रॉफी में बिहार के लिए प्रथम श्रेणी क्रिकेट में पदार्पण।
- 13 साल की उम्र में भारत की अंडर-19 टीम के लिए खेलते हुए ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ 58 गेंदों में शतक।
- राजस्थान रॉयल्स द्वारा 1.10 करोड़ रुपये में आईपीएल अनुबंध प्राप्त करना।
- आईपीएल में पदार्पण मैच में पहली गेंद पर छक्का लगाना।
- आईपीएल इतिहास में सबसे तेज़ भारतीय शतक (35 गेंदों में)।
नीतीश कुमार यादव
बिहार (Bihar) के अररिया जिले से ताल्लुक रखने वाले 26 वर्षीय पीएचडी छात्र नीतीश कुमार यादव, हाल ही में जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय छात्र संघ (JNUSU) के नए अध्यक्ष चुने गए हैं। उन्होंने अपनी निकटतम प्रतिद्वंद्वी अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद् (ABVP) की शिखा स्वराज को 272 वोटों से हराया। वे ऑल इंडिया स्टूडेंट्स एसोसिएशन (AISA) और डेमोक्रेटिक स्टूडेंट्स फ्रंट (DSF) के संयुक्त वाम गठबंधन के उम्मीदवार थे। इस गठबंधन ने चार में से तीन केंद्रीय पैनल पदों पर जीत हासिल की है।

व्यक्तिगत पृष्ठभूमि :
नीतीश कुमार यादव का जन्म एक साधारण किसान परिवार में हुआ था। उनके पिता किसान और माता गृहिणी हैं। उन्होंने प्रारंभिक शिक्षा फोर्ब्सगंज के सरस्वती शिशु विद्या मंदिर से प्राप्त की, जहाँ उन्होंने शैक्षणिक संस्थानों में सांप्रदायिकता के प्रभाव को महसूस किया। इसके बाद उन्होंने बनारस हिंदू विश्वविद्यालय (BHU) से स्नातक की डिग्री प्राप्त की और 2020 में JNU में मास्टर डिग्री के लिए प्रवेश लिया। वर्तमान में वे सेंटर फॉर पॉलिटिकल स्टडीज, स्कूल ऑफ सोशल साइंसेज में पीएचडी के तीसरे वर्ष के छात्र हैं।
राजनीतिक सक्रियता और एजेंडा :
नीतीश कुमार यादव (Nitish Kumar Yadav) की राजनीतिक यात्रा JNU में प्रवेश के साथ ही शुरू हुई। 2021 में उन्होंने ‘Reopen JNU’ आंदोलन में प्रमुख भूमिका निभाई, जिसमें छात्रों ने ऑफलाइन कक्षाओं, हॉस्टल आवंटन और विश्वविद्यालय सुविधाओं की बहाली की मांग की। 2023 में, उन्होंने गंभीर हॉस्टल संकट के खिलाफ 16 दिनों की भूख हड़ताल की, जो JNU के छात्र आंदोलनों में एक महत्वपूर्ण मोड़ साबित हुई।
अध्यक्ष बनने के बाद, नीतीश कुमार ने विश्वविद्यालय में सार्वजनिक शिक्षा की समावेशिता को पुनर्स्थापित करने, केंद्र सरकार से फंडिंग बढ़ाने, JNUEE प्रवेश परीक्षा को पुनः शुरू करने और छात्रों पर लगाए गए CPO मैनुअल को समाप्त करने की प्राथमिकताओं को रेखांकित किया है। उन्होंने महिला छात्रों के लिए दूसरे वर्ष में ही एकल आवास की सुविधा प्रदान करने की भी योजना बनाई है।
विचारधारा और दृष्टिकोण :
नीतीश कुमार स्वयं को वंचित समुदायों के अनुभवों से प्रेरित नेता मानते हैं। वे JNU में सांप्रदायिकता और फासीवाद के खिलाफ संघर्ष को अपनी प्राथमिकता बताते हैं। उनका मानना है कि विश्वविद्यालयों में सार्वजनिक फंडिंग की कमी और प्रशासनिक निर्णयों में पारदर्शिता की कमी से छात्रों के अधिकारों का हनन हो रहा है, जिसे वे अपने कार्यकाल में सुधारने का संकल्प लेते हैं।
देवेन भारती
बिहार (Bihar) के दरभंगा जिले से ताल्लुक रखने वाले देवेन भारती को मुंबई (महाराष्ट्र) का नया पुलिस आयुक्त बनाया गया है। देवेन भारती एक वरिष्ठ भारतीय पुलिस सेवा (IPS) अधिकारी हैं, जो 1994 बैच से हैं । जनवरी 2023 में, उन्हें मुंबई पुलिस के पहले विशेष आयुक्त (Special Commissioner of Police) के रूप में नियुक्त किया गया, जो इस पद के लिए पहली बार सृजित किया गया था।

शैक्षणिक पृष्ठभूमि :
- मैट्रिकुलेशन: झारखंड से।
- स्नातक: दिल्ली स्कूल ऑफ इकोनॉमिक्स से।
पुलिस सेवा में करियर :
- मुंबई पुलिस में DCP (जोन 7: बांद्रा से अंधेरी) और क्राइम ब्रांच के DCP के रूप में कार्य किया।
- अतिरिक्त पुलिस आयुक्त (क्राइम ब्रांच) और संयुक्त पुलिस आयुक्त (कानून व्यवस्था) के पदों पर भी सेवा दी।
- महाराष्ट्र एंटी टेररिज्म स्क्वाड (ATS) के प्रमुख के रूप में भी कार्य किया।
सम्मान और पुरस्कार :
विशिष्ट सेवाओं के लिए राष्ट्रपति पुलिस पदक (President’s Police Medal) से सम्मानित किया गया है।
प्रमुख जांच और उपलब्धियाँ :
- 26/11 मुंबई आतंकी हमलों की जांच में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।
- 2. वरिष्ठ अपराध पत्रकार जे डे की हत्या की जांच का नेतृत्व किया।
- भारतीय मुजाहिदीन जैसे आतंकी संगठनों के खिलाफ कार्रवाई में सक्रिय भूमिका निभाई ।
नर्मदेश्वर तिवारी
भारतीय वायु सेना (IAF) ने एयर मार्शल नर्मदेश्वर तिवारी को नया उप वायु सेना प्रमुख (Vice Chief of Air Staff) नियुक्त किया है। वे 1 मई 2025 से इस पद का कार्यभार संभालेंगे, और एयर मार्शल सुजीत पुष्पाकर धाकर का स्थान लेंगे, जो 30 अप्रैल को सेवानिवृत्त हो रहे हैं ।

परिचय और पृष्ठभूमि :
- जन्मस्थान: बिहार के सीवान जिले के निवासी हैं, जिससे राज्य में गर्व की लहर है ।
- शिक्षा: राष्ट्रीय रक्षा अकादमी (NDA), पुणे से स्नातक। राष्ट्रीय रक्षा कॉलेज, नई दिल्ली से राष्ट्रपति स्वर्ण पदक विजेता हैं ।
- सेवा प्रवेश: 7 जून 1986 को वायु सेना के फाइटर स्ट्रीम में कमीशन प्राप्त किया।
सैन्य करियर और उपलब्धियाँ :
- उड़ान अनुभव: 37 वर्षों के करियर में 3,600 से अधिक उड़ान घंटे का अनुभव।
- प्रमुख पद: दक्षिण पश्चिमी वायु कमान (SWAC), गांधीनगर के एयर ऑफिसर कमांडिंग-इन-चीफ के रूप में कार्यरत थे।
- युद्ध अनुभव: कारगिल युद्ध में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।
अन्य पद: डिप्टी चीफ ऑफ एयर स्टाफ, प्रोजेक्ट डायरेक्टर (नेशनल फ्लाइट टेस्ट सेंटर), एयर अटैच (फ्रांस), और मिराज-2000 स्क्वाड्रन के कमांडिंग ऑफिसर के रूप में सेवा दी ।
सम्मान और पुरस्कार :
- वायु सेना पदक (VM): 2008 में।
- अति विशिष्ट सेवा पदक (AVSM): 2022 में।
- परम विशिष्ट सेवा पदक (PVSM): 2025 में।
नई भूमिका और अपेक्षाएँ :
उप वायु सेना प्रमुख के रूप में, एयर मार्शल नर्मदेश्वर तिवारी वायु सेना के आधुनिकीकरण, संयुक्त संचालन, और रणनीतिक दिशा में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएंगे। उनकी नियुक्ति ऐसे समय में हुई है जब वायु सेना नई तकनीकों और संयुक्त सैन्य अभियानों पर ध्यान केंद्रित कर रही है ।