UP

लखीमपुर खीरी में ‘डीएम वार रूम’ का लोकार्पण: हर शिकायत पर सीधी नज़र, हर गतिविधि की रिकॉर्डिंग

Lakhimpur Kheri: जिले के प्रशासनिक तंत्र ने पारदर्शिता, जवाबदेही और तकनीकी नवाचार की दिशा में एक अहम कदम उठाया है। मंगलवार को कलेक्ट्रेट परिसर में “डीएम वार रूम” (DM War Room) का भव्य लोकार्पण लखनऊ मंडल की आयुक्त डॉ. रोशन जैकब ने डीएम दुर्गा शक्ति नागपाल (Ias Durga Shakti Nagpal) के साथ किया। यह हाईटेक सेंटर अब न केवल जनता की शिकायतों पर त्वरित कार्रवाई सुनिश्चित करेगा, बल्कि कलेक्ट्रेट की हर गतिविधि पर सीधी नजर भी रखेगा।

लोकार्पण समारोह के दौरान सीडीओ अभिषेक कुमार, एडीएम नरेंद्र बहादुर सिंह, एसडीएम सदर अश्विनी कुमार सिंह और सीओ सिटी रमेश कुमार तिवारी भी मौजूद रहे।

आधुनिक तकनीक और पारदर्शिता का संगम

आयुक्त डॉ. रोशन जैकब (Roshan Jacob) ने इस पहल को जिला प्रशासन की कार्यप्रणाली में “त्वरित क्रियान्वयन और पारदर्शिता की नई शुरुआत” बताया। डीएम दुर्गा शक्ति नागपाल ने आयुक्त को वार रूम की कार्यप्रणाली, सीसीटीवी कैमरा नेटवर्क, शिकायत प्रबंधन और मॉनिटरिंग सिस्टम की विस्तृत जानकारी दी। एडीएम नरेंद्र बहादुर सिंह ने बताया कि यह कंट्रोल रूम आमजन की शिकायतों के समयबद्ध समाधान का सशक्त माध्यम बनेगा।

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32 कैमरों की पैनी निगरानी

डीएम वार रूम में 32 हाई-रेजोल्यूशन कैमरों का नेटवर्क स्थापित किया गया है, जो कलेक्ट्रेट परिसर की हर गतिविधि पर 24×7 निगरानी रखेगा। किसी भी गड़बड़ी, लापरवाही या संदिग्ध गतिविधि की स्थिति में त्वरित कार्रवाई सुनिश्चित की जाएगी। यह पूरी प्रणाली सीधे डीएम वार रूम से संचालित होगी।

DM War Room 2

सीधे जुड़ें डीएम वार रूम से, पाएं समाधान

जिला प्रशासन ने आमजन की सहूलियत के लिए हेल्पलाइन नंबर 05872-298002 जारी किया है। इस नंबर पर कॉल कर कोई भी नागरिक अपनी शिकायत दर्ज करा सकता है। सभी शिकायतें डिजिटल रूप से रिकॉर्ड की जाती हैं और संबंधित विभाग को त्वरित कार्रवाई के लिए भेजी जाती हैं। साथ ही, वार रूम के मॉनिटरिंग सिस्टम के ज़रिए निस्तारण की पूरी प्रक्रिया पर नज़र रखी जाती है।

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एक नई शुरुआत, प्रशासनिक जवाबदेही की ओर

“डीएम वार रूम” केवल एक कंट्रोल रूम नहीं, बल्कि यह तकनीक, पारदर्शिता और जनहित का समन्वय है। यह पहल प्रशासन को अधिक प्रभावी, जवाबदेह और जन-केंद्रित बनाएगी। लखीमपुर खीरी जिला प्रशासन की यह पहल न केवल प्रदेश में, बल्कि राष्ट्रीय स्तर पर भी एक मॉडल के रूप में देखी जा रही है।

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