इंडिगो पर सरकार सख्त, यात्रियों को 610 करोड़ रुपये से अधिक का रिफंड

Lucknow: इंडिगो एयरलाइंस (Indio Airlines) को लेकर सरकार की सख्ती के बाद यात्रियों को राहत मिलनी शुरू हो गयी है। तकनीकी खराबियों और स्टाफ की कमी के कारण पिछले कई दिनों से इंडिगो एयरलाइंस की उड़ानों के रद्द होने और देरी का सामना कर रहे यात्रियों को 610 करोड़ रुपये से अधिक का रिफंड प्रोसेस किया जा चुका है।

सरकार ने इंडिगो को सख्त निर्देश दिए थे कि रद्द हुई उड़ानों के टिकटों का पूरा रिफंड रविवार शाम तक प्रोसेस कर लिया जाये और यात्रा के दौरान अलग हुए बैग को 48 घंटे के भीतर यात्रियों तक पहुंचाया जाए। मंत्रालय ने बताया कि शनिवार तक 3000 से अधिक बैग यात्रियों को सौंपे जा चुके हैं।

मंत्रालय की ओर से जारी बयान में कहा गया है कि इंडिगो का नेटवर्क तेजी से सामान्य स्थिति की ओर बढ़ रहा है और परिचालन पूरी तरह स्थिर होने तक सुधारात्मक कदम जारी रहेंगे। एयरलाइन को यह सुनिश्चित करने के निर्देश दिए गए हैं कि देरी या रद्दीकरण के कारण अलग हुए सभी बैग का पता लगाकर उन्हें समय पर यात्रियों तक पहुंचाया जाए।

एयरलाइन ने यह भी स्पष्ट किया है कि फ्लाइट रद्द होने से प्रभावित यात्रियों की उड़ानें पुनर्निर्धारित करने पर कोई अतिरिक्त शुल्क नहीं लिया जायेगा। रिफंड और रीबुकिंग से जुड़ी समस्याओं को तुरंत हल करने के लिए विशेष हेल्प डेस्क भी तैयार किए गए हैं।

उड्डयन मंत्रालय ने कहा कि इंडिगो के हालिया परिचालन संकट से हुई असुविधाओं को दूर करने के लिए त्वरित कार्रवाई की जा रही है और देशभर का हवाई यातायात तेजी से सामान्य हो रहा है। अन्य सभी घरेलू एयरलाइंस पूरी क्षमता के साथ काम कर रही हैं, जबकि इंडिगो की उड़ानों में भी लगातार सुधार दिखाई दे रहा है।

आंकड़ों के अनुसार, इंडिगो की उड़ानें शुक्रवार को 706 थीं, जो शनिवार को बढक़र 1565 हो गईं और रविवार तक इनके 1650 तक पहुंचने की उम्मीद जताई गई है।

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