UP

बुनियाद मजबूत कर बच्चों की प्रतिभा निखार रही योगी सरकार

बचपन की नींव को सशक्त बना रही योगी सरकार, बच्चों की प्रतिभा को दे रही नई उड़ान

Lucknow: जब वैश्विक मंच पर शिक्षा के क्षेत्र में प्रतिस्पर्धा तेज़ होती जा रही है, तब उत्तर प्रदेश की योगी आदित्यनाथ सरकार बच्चों के उज्ज्वल भविष्य की ठोस बुनियाद रखने में जुटी है। ‘निपुण भारत मिशन’ (Nipun Bharat Mission) के माध्यम से सरकार न केवल बच्चों को पढ़ने-लिखने और गणना की मूल दक्षताएं दिला रही है, बल्कि उन्हें आत्मनिर्भर, जागरूक और जिम्मेदार नागरिक बनाने की दिशा में ठोस पहल कर रही है।

सत्र 2026-27 तक हर बच्चा बनेगा दक्ष

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की दूरदर्शी सोच के तहत सरकार का स्पष्ट लक्ष्य है कि वर्ष 2026-27 तक बालवाटिका से लेकर कक्षा दो तक के सभी बच्चों को पढ़ाई, लेखन और गणना में ग्रेड-स्तर की दक्षता प्रदान की जाए। यह केवल एक शैक्षणिक पहल नहीं, बल्कि समाज के भविष्य को आकार देने की ऐतिहासिक शुरुआत है। इसके जरिए बच्चों की बौद्धिक, सामाजिक और नैतिक क्षमता को भी समान रूप से संवारने का प्रयास किया जा रहा है।

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हर विद्यालय में आधुनिक शिक्षण सामग्री

बच्चों की रुचि को ध्यान में रखते हुए सरकार ने प्रत्येक प्राथमिक विद्यालय में गुणवत्तापूर्ण शैक्षणिक सामग्री जैसे संदर्शिका, प्रिंटरिच संसाधन, बिग बुक्स, गणित किट, लाइब्रेरी पुस्तकें और ‘तालिका’ उपलब्ध कराई हैं। यह सामग्री गतिविधि आधारित शिक्षण को प्रोत्साहित करती है, जिससे बच्चों की सीखने की प्रक्रिया सहज, रोचक और व्यावहारिक बनती है।

कक्षा शिक्षण की नई परिभाषा

प्रभावी शिक्षण के लिए शिक्षकों को ‘शिक्षक डायरी’ प्रदान की गई है, जिसमें पाठ्य योजना से लेकर मूल्यांकन तक की रणनीति सुव्यवस्थित रूप से दर्ज है। इसका सकारात्मक असर भी दिखने लगा है—बच्चों की साक्षरता और गणना कौशल में निरंतर प्रगति दर्ज की जा रही है। यह कक्षा में शिक्षक की भूमिका को और अधिक प्रभावी बनाता है।

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स्वतंत्र रिपोर्ट में मिली सफलता की मुहर

इन प्रयासों का असर केवल आंकड़ों में नहीं, बल्कि स्वतंत्र संस्थाओं की रिपोर्टों में भी झलकता है। ASER-2024 की रिपोर्ट बताती है कि उत्तर प्रदेश के सरकारी स्कूलों का शिक्षण स्तर दो दशकों में सबसे बेहतर स्थिति में है। विशेष रूप से कक्षा तीन के छात्रों में पढ़ने की बुनियादी क्षमता में 2022 से 2024 के बीच 10% से अधिक सुधार हुआ है। वहीं, अक्षर या संख्या पढ़ने में अक्षम बच्चों की संख्या में उल्लेखनीय कमी दर्ज की गई है।

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बदलाव की दिशा में ऐतिहासिक पहल

बेसिक शिक्षा मंत्री संदीप सिंह का कहना है कि निपुण भारत मिशन केवल एक योजना नहीं, बल्कि उत्तर प्रदेश को शिक्षा के क्षेत्र में राष्ट्रीय अग्रणी बनाने की दिशा में एक परिवर्तनकारी प्रयास है। यह बच्चों के समग्र विकास का आधार है, जो न केवल शैक्षणिक स्तर पर उन्हें दक्ष बना रहा है, बल्कि जीवन के हर क्षेत्र में उन्हें सक्षम बना रहा है।

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