हार्ट अटैक के लिए जिम्‍मेदार कोविड वैक्‍सीन को पूरी दुनिया से वापस लेगी एस्‍ट्राजेनेका

फ़ार्मास्युटिकल कंपनी एस्ट्राज़ेनेका ने कहा है कि वो दुनिया भर की बाज़ारों से अपनी कोविड वैक्सीन वापस लेने जा रही है।

हालांकि कंपनी ने अपने आधिकारिक बयान में इसे पूर्ण रूप से व्यापारिक फ़ैसला बताया है। कुछ समय पहले ही इस कम्‍पनी ने कोर्ट में दिए गए दस्‍तावेजों के माध्‍यम से बताया था कि उसकी वैक्‍सीन हार्ट अटैक जैसी समस्‍याएं हो सकती हैं।

गौरतलब है कि इस सम्‍पनी की वैक्‍सीन को भारत में कोवीशील्‍ड के नाम से बेचा गया और करीब 80 करोड़़लोगों को ये वैक्‍सीन लगाई गई थी।

हाल ही में वाराणसी में एक जिम में एक्‍सरसाइज करते करते हार्ट अटैक की वजह से एक युवक की जान चली गई। ऐसे वीडियो देशभर से पिछले कुछ माह में सामने आए हैं। कम्‍पनी के खुलासे के बाद से बहुत से लोग युवाओं में हो रहे अटैक का कारण इस वैक्‍सीन को मान रहे हैं।

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बता दें कि एस्ट्राज़ेनेका का कहना है कि कोविड के नए वेरिएंट को टारगेट करने वाली कई दूसरी वैक्सीन बाज़ार में उपलब्ध हो जाने से उनकी डिमांड में गिरावट आई है।

एस्ट्राज़ेनेका ने बीते दिनों ब्रिटेन की अदालत में जमा किए गए दस्तावेज़ों में पहली बार ये माना था कि उसके कोरोना की वैक्सीन से कुछ लोगों को कुछ असामान्य साइड इफ़ेक्ट हो सकते हैं.

कोरोना का टीका लगवाने वाले बहुत से लोगों ने मिलकर इस दवा कंपनी पर वैक्सीन के साइड इफेक्ट को लेकर हर्ज़ाने का केस किया है।

मुक़दमा दायर करने वाले कुछ लोगों का कहना है कि उन्होंने इस वैक्सीन की वजह से अपने कई रिश्तेदारों को खो दिया और कई अन्य मामलों में कंपनी की कोरोना वैक्सीन से लोगों को गंभीर नुक़सान पहुंचा है। उन्‍होंने कम्‍पनी से हर्जाने के रूप में हजारो करोड़ रूपये दिए जाने की बात कही है।

हालांकि तमाम अध्ययन ये दावा भी करते हैं कि एस्ट्राज़ेनेका समेत तमाम कंपनियों की कोरोना वैक्सीन ने दुनिया भर में करोड़ों लोगों की जान बचाई है। केवल एस्ट्राज़ेनेका ने पहले साल में 60 लाख से भी ज़्यादा लोगों की जान बचाई है.

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