उत्तर प्रदेश में शिक्षकों की ट्रांसफर प्रक्रिया शुरू: ज्यादा से कम शिक्षक वाले जिलों में होंगे तबादले

Lucknow: उत्तर प्रदेश के परिषदीय विद्यालयों में लंबे समय से प्रतीक्षित सामान्य तबादला प्रक्रिया अब शुरू हो रही है। बेसिक शिक्षा विभाग ने शिक्षकों के तबादले को लेकर दिशानिर्देश और समय-सारिणी जारी कर दी है। यह प्रक्रिया 6 जून से प्रारंभ होकर 16 जून 2025 तक पूरी की जाएगी।
इस बार का तबादला नीति इस सिद्धांत पर आधारित है कि जिन जिलों में शिक्षक अधिक हैं, वहां से उन्हें हटाकर उन जिलों में भेजा जाएगा जहां शिक्षक कम हैं। इसके लिए छात्र-शिक्षक अनुपात को आधार बनाया गया है। इससे यह सुनिश्चित होगा कि प्रदेश के सभी जिलों में शिक्षकों का संतुलन बना रहे और कहीं भी आवश्यकता से अधिक या कम शिक्षक न हों।
तबादला प्रक्रिया की प्रमुख बातें
1. अनुपात के अनुसार जिले तय
बेसिक शिक्षा निदेशालय द्वारा छात्र-शिक्षक अनुपात के आधार पर जिलों को दो श्रेणियों में बांटा गया है:
- अधिक शिक्षक वाले जिले
- कम शिक्षक वाले जिले
2. किन्हें मिलेगा तबादले का लाभ?
- जिन शिक्षकों की सेवा कम से कम दो वर्ष की हो चुकी है, वे सामान्य तबादले के लिए पात्र होंगे।
- 2009 (आर्दश) बैच के शिक्षक भी शामिल होंगे।
- पारस्परिक (म्यूचुअल) तबादलों की प्रक्रिया भी इस बार जारी रहेगी।
3. कैसे होगा आवेदन?
- शिक्षक तीन जिलों के विकल्प ऑनलाइन माध्यम से चुन सकेंगे।
- चयन उन्हीं जिलों में से होगा, जहां शिक्षक की आवश्यकता होगी।
ट्रांसफर के लिए समय-सारिणी (Timeline):
चरण | तिथि |
---|---|
अधिक और कम शिक्षक वाले जिलों की सूची जारी | 6-7 जून |
ऑनलाइन आवेदन की प्रक्रिया | 9-12 जून |
शिक्षकों द्वारा जिलों के विकल्प का चयन | 9-13 जून |
चयन एवं डाटा फीडिंग | 14 जून तक |
अंतिम सूची अपलोड | 16 जून तक |
कहां से तबादले की संभावना अधिक?
-
लखनऊ, बरेली, बागपत और गाजियाबाद जैसे जिलों में शिक्षक अधिक हैं, इसलिए यहां से तबादले की संभावना अधिक है।
-
वहीं, सोनभद्र, बलरामपुर, बहराइच, श्रावस्ती, चंदौली, सिद्धार्थनगर जैसे जिलों में शिक्षक कम हैं, अतः इन जिलों में तबादले के जरिए अधिक शिक्षक भेजे जाएंगे।
अंतर्जनपदीय के साथ अंतर्जिला तबादलों का इंतजार जारी
गौरतलब है कि जिले के भीतर तबादले की प्रक्रिया पिछले आठ वर्षों से अटकी हुई है। इस बार भी केवल अंतरजनपदीय (इंटर-डिस्ट्रिक्ट) स्थानांतरण ही किया जा रहा है। विभागीय अधिकारियों का कहना है कि सामान्य तबादले के बाद अंतर्जिला तबादलों पर विचार किया जाएगा।