डेंगू से बचना है तो मच्छरों को पनपने से रोकें
डेंगू दिवस पर लोकबन्धु अस्पताल में किया गया जागरूक

Lucknow: मच्छरों से होने वाली डेंगू (Dengue) ऐसी बीमारी है जो तेजी से बढ़ रही है। इसको काबू में करने का एक ही उपाय है कि मच्छरों को पनपने से रोका जाए। यह बातें राष्ट्रीय डेंगू दिवस (National Dengue Day) पर आयोजित जागरूकता कार्यक्रम में डॉक्टरों ने कही।
लोकबन्धु राजनारायण संयुक्त चिकित्सालय में हुए कार्यक्रम में डा. विकास सिंघल ने कहा कि डेंगू को फैलने से रोका जा सकता है। इससे बचाव ही उपाय है। उन्होंने बताया कि देश में डेंगू के प्रति जागरूकता बढ़ाने के मकसद से हर साल 16 मई को राष्ट्रीय डेंगू दिवस का आयोजन किया जाता है। सभी की यह कोशिश होनी चाहिए कि मच्छर जनित रोगों के प्रति जागरूकता फैलाएं। उन्होंने कहा कि सभी जगहों पर मच्छर जनित स्थितियों को पहचान कर उन्हें नष्ट करें, जिससे कि पानी के ऐसे स्रोत न बनने पाए जिनमें मच्छर पैदा हो सकें।
मुख्य चिकित्सा अधीक्षक डा राजीव दीक्षित ने डेंगू बुखार के लक्षणों की जानकरी दी। उन्होंने कहा बुखार आने पर लापरवाही कतई ना बरतें। स्वयं कोई इलाज न करें। पास के स्वास्थ्य केंद्र पर जाकर जांच और इलाज कराएं।
चिकित्सा आधीक्षक डा अजय शंकर त्रिपाठी ने कहा कि अपने घरों के आस-पास अनावश्यक पानी का जमाव-टंकी, ड्रम व कूलर आदि में नहीं होने देना है। स्वच्छता पर विशेष घ्यान रखना है। डेंगू मच्छरों से बचाव के लिए मच्छरदानी, क्रीम, अगरबत्ती, क्वाइल आदि का उपयोग करें।
इस मौके पर संस्था द्वारा डेंगू के लार्वा को खाने वाली गम्बूजिया मछली का प्रदर्शन किया गया। लोकबंधु अस्पताल की निदेशक डा संगीता गुप्ता ने कहा कि गम्बूजिया मछली डेंगू मच्छर के लार्वा को अपने भोजन के रूप में उपयोग में लेती है जिससे डेंगू के मच्छरों की संख्या को नियंत्रित होती है। यह मछली बहुत छोटी, लेकिन सक्रिय और तेज होती है। इस अवसर पर स्टेट एंटमेलोजिस्ट डा सुदेश कुमार, पाथ से डॉ. शोएब, डा अमृत शुक्ला, डा शिवानी, ए पी सिंह और चीफ फार्मासिस्ट, जी के यादव, बी पी सिंह, वैभव, राहुल, सोनी, शालिनी, शशी मिश्रा, रीता सिंह, सुनीता, विशाल, शोभित श्रीवास्तव मौजूद रहे।