16 मई से चिकित्सा संस्थानों के 50 फीसद डाक्टर छुट्टी पर

लखनऊ। संजय गांधी पीजीआई (SGPGI), केजीएमयू (KGMU) और लोहिया संस्थान (RMLIMS) में इलाज के लिए आना हों तो अपने डाक्टर की ओपीडी के बारे में पता कर लें। इन संस्थानों के डाक्टर गर्मी की छुट्टियों पर जाने वाले हैं। डाक्टरों की छुट्टियां 16 मई से 15 जुलाई तक चलेंगी। ऐसे में अपने डाक्टर की छुट्टी के बारे में पता करके ही इलाज के लिए आएं।
किंग जार्ज चिकित्सा विश्वविद्यालय में 600 के करीब नियमित चिकित्सा शिक्षक हैं। संस्थान में रोजाना ओपीडी में सात हजार के लगभग मरीज आते हैं। केजीएमयू में प्रदेश के अलावा बिहार, झारखंड, उत्तराखंड के अलावा नेपाल तक से मरीज आते हैं। गर्मियां आने पर डाक्टरों की दो माह की छुटिटयां शुरू हो जाती हैं। पहले चरण में आधे डाक्टर एक माह की छुट्टी पर जाते हैं। उनके लौटने पर शेष आधे डाक्टर एक माह का अवकाश लेते हैं।
इलाज के लिए केजीएमयू आने वाले मरीजों को इस बात का विशेष ध्यान रखना होगा कि डाक्टर के छुट्टी पर जाने के कारण इलाज प्रभावित हो सकता है। विभाग के आधे डाक्टर जब छुट्टी पर जाते हैं तो दूसरे डाक्टर उनके स्थान पर मरीजों को देखते हैं। डॉ. राम मनोहर लोहिया आयुर्विज्ञान संस्थान में करीब 150 डॉक्टर हैं और ओपीडी करीब 3000 मरीजों की होती है।
एसजीपीजीआई में 250 डॉक्टर तैनात हैं और ओपीडी में रोजाना ढाई से तीन हजार मरीज आते हैं। डाक्टरों के अवकाश पर होने के दौरान इलाज का पूरा जिम्मा रेजिडेंट डॉक्टरों पर आ जाता है। इस बीच फालोअप के लिए आने वाले मरीजों को सबसे अधिक दिक्कत होती है।