यूपीएस के विरोध में शिक्षकों और कर्मचारियों ने काली पट्टी बांधकर किया काम
अटेवा के आवाह्न पर शिक्षकों, लेखपालों, नर्सों और कर्मचारियों ने कहा सरकार हम लोगों से कर रही खिलवाड़, लागू करें पुरानी पेंशन स्कीम
रायबरेली। केंद्र सरकार की तरफ से पुरानी पेंशन बहाल न करके अब न्यू पेंशन स्कीम (एनपीएस) की जगह पर यूनिफाइड पेंशन योजना (यूपीएस) लागू करने जा रही है।
सरकार की इस पेंशन स्कीम के खिलाफ भी कर्मचारियों में रोष व्याप्त है। सोमवार को ऑल टीचर्स इंप्लाइज वेलफेयर एसोसिएशन (अटेवा) के प्रदेश अध्यक्ष विजय कुमार बंधु के प्रांतीय आह्वान पर कर्मचारियों ने हाथ में काली पट्टी बांधकर यूपीएस का विरोध प्रकट किया गया।
अटेवा पेंशन मंच के जिला संयोजक इरफान अहमद ने बताया कि प्रांतीय निर्देश के अनुसार दो सितंबर से 6 सितंबर तक हाथ में काली पट्टी बांधकर सभी शिक्षक व कर्मचारी कार्य कर रहे हैं। उन्होंने बताया कि सोमवार को पहले दिन बेसिक, माध्यमिक और डिग्री कॉलेज के शिक्षकों के साथ ही साथ लेखपालों, नर्सों और कर्मचारियों ने काली पट्टी बांधकर काम किया। हम लोग इस पेंशन स्कीम के खिलाफ है।
जिला महामंत्री राजकुमार गुप्ता ने कहा कि यह यूपीएस एक छलावा मात्र है भले इसमें सरकार अपना अंशदान 14 फीसदी से बढ़ाकर 18 फीसदी कर रही हैं लेकिन सेवानिवृत्त पश्चात आपके द्वारा किया गया अंशदान भी आपको नहीं मिलेगा।
जिला कोषाध्यक्ष अंजनी मौर्या ने बताया कि प्रांतीय संगठन द्वारा यूपीएस के विरोध के लिए कार्यक्रम निर्धारित कर दिए गए हैं। 26 सितंबर को सभी जिला मुख्यालय पर धरना प्रदर्शन करके इस नई व्यवस्था का विरोध जताया जाएगा। हम कर्मचारियों को सिर्फ और सिर्फ पुरानी पेंशन ही चाहिए।
जिला संरक्षक राजेश यादव, सुरेन्द्र वर्मा और सरला वर्मा ने बताया कि आज सभी विद्यालयों व कार्यालय में यूपीएस का विरोध किया गया। उन्होंने बताया गया कि यूपीएस पेंशन स्कीम एनपीएस से भी खराब है यूपीएस में कर्मचारी का काटा गया 10 प्रतिशत का अंशदान भी कर्मचारियों को नहीं मिलेगा।
अटेवा के पदाधिकारी मंयक वर्मा, अविनाश यादव और सतीश चौरसिया ने बताया कि कर्मचारियों की हमेशा से ही ओपीएस की ही मांग रही है। पुरानी पेंशन के लिए ही धरना प्रदर्शन चलता रहेगा। सभी कर्मचारी संगठन यूपीएस का विरोध कर रहे हैं। केवल पुरानी पेंशन ले रहे हैं।
रेलवे के कुछ पुरानी पेंशने अच्छादित नेताओं ने ही इसे स्वीकार किया है। कर्मचारियों में इससे भारी नाराजगी है। जिलेभर के शिक्षण संस्थानों, सरकारी कार्यालयों में कर्मचारियों ने काली पट्टी बांध कर यूपीएस का विरोध कर रहे हैं।
जिला मीडिया प्रभारी मो. नसीम ने कहा कि अटेवा का एकमात्र संकल्प पुरानी पेंशन की बहाली है जिसकी परिणति हेतु संघर्ष का बिगुल फूँक दिया गया है। आज से इस यूपीएस के खिलाफ में रेलवे कर्मचारी भी अपने कार्य स्थल पर काली पट्टी बांधकर अपना कार्य कर रहे हैं।
सोमवार को सिद्धिनाथ शुक्ल वीणा पाणि इंटर कॉलेज सतांव, सर्वोदय इंटर कॉलेज सलोन, राजा चंद्रचूड़ सिंह विद्यापीठ इंटर कॉलेज महराजगंज, वैदिक इंटर कॉलेज, महात्मा इंटर कॉलेज, बरखण्डी इंटर कॉलेज शिवगढ़ से लेकर ब्लॉक संसाधन केंद्रों पर चल रही ट्रेनिंग के दौरान भी शिक्षकों की तरफ से विरोध प्रदर्शन किया गया।