Club Foot Day जन्म के एक माह के अंदर शुरू हो इलाज, ठीक हो जाएगी क्लब फुट की समस्या
वर्ल्ड क्लबफुट डे पर लोहिया संस्थान में जागरूकता कार्यक्रम आयोजित, 125 बच्चों को मिला नया जीवन, विशेषज्ञों ने बताया समय पर इलाज का महत्व

Lucknow: डॉ. राम मनोहर लोहिया आयुर्विज्ञान संस्थान, लखनऊ के आर्थोपेडिक्स विभाग द्वारा मंगलवार को वर्ल्ड क्लबफुट डे (Club Foot Day) के अवसर पर एक विशेष जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन किया गया। यह आयोजन संस्थान के सेमिनार हॉल में अनुष्का फाउंडेशन के सहयोग से, विभागाध्यक्ष डॉ. विनीत कुमार के मार्गदर्शन में संपन्न हुआ।
कार्यक्रम में डॉ. पंकज अग्रवाल, डॉ. प्रभात कुमार और डॉ. देवाशीष सहित कई विशेषज्ञों ने भाग लिया। उन्होंने क्लबफुट (Club Foot) जैसी जन्मजात विकृति की जानकारी दी और बताया कि समय पर पहचान और इलाज से इस रोग को पूरी तरह ठीक किया जा सकता है। डॉक्टर्स ने बताया कि करीब 60 फीसदी बच्चे इलाज के लिए देर से अस्पताल पहुंचते हैं जबकि जन्म के एक माह के अंदर इलाज शुरू हो जाए तो समस्या पूरी तरह से ठीक हो सकती है।
पोंसेटी विधि से सफल इलाज संभव
डॉ. पंकज अग्रवाल ने कहा, “क्लबफुट एक गंभीर स्थिति हो सकती है, लेकिन पोंसेटी विधि जैसी आधुनिक तकनीकों से इसका उपचार अब पूरी तरह संभव है। यदि जन्म के तुरंत बाद इसका पता लग जाए, तो बच्चा सामान्य जीवन जी सकता है।”
कार्यक्रम के दौरान उन माता-पिता ने भी अपने अनुभव साझा किए जिनके बच्चों का क्लबफुट सफलतापूर्वक ठीक हुआ है। उन्होंने संस्थान के डॉक्टरों और अनुष्का फाउंडेशन का आभार जताया।
125 बच्चों को मिला नया जीवन
अनुष्का फाउंडेशन के क्षेत्रीय निदेशक विशाल सक्सेना और प्रीती ने बताया कि अब तक 125 बच्चों का सफलतापूर्वक इलाज किया जा चुका है। उन्होंने कहा, “समाज में क्लबफुट को लेकर जागरूकता फैलाना हमारी प्राथमिकता है ताकि कोई भी बच्चा समय पर इलाज से वंचित न रहे।”
स्वास्थ्य सचिव ने की सराहना
उत्तर प्रदेश सरकार के स्वास्थ्य सचिव श्री पार्थ सारथी सेन शर्मा और संस्थान के निदेशक प्रो. (डॉ.) सी.एम. सिंह ने भी कुछ समय पहले इस प्रयास की सराहना की थी। उन्होंने कहा था कि क्लबफुट जैसी समस्याओं पर समय पर ध्यान देना भविष्य की पीढ़ियों के लिए आवश्यक है।
कार्यक्रम के अंत में प्रतिभागियों को जागरूकता सामग्री वितरित की गई और विशेषज्ञों ने उनके सवालों के उत्तर दिए। आयोजन का मुख्य उद्देश्य क्लबफुट से जुड़ी भ्रांतियों को दूर करना और लोगों को इसके समय पर निदान व इलाज के प्रति जागरूक करना रहा।
क्या है क्लबफुट?
क्लबफुट एक जन्मजात स्थिति है जिसमें नवजात शिशु के एक या दोनों पांव अंदर की ओर मुड़े होते हैं। यह विकृति बिना सर्जरी के पोंसेटी विधि द्वारा ठीक की जा सकती है यदि समय रहते उपचार शुरू हो।